Edited By ,Updated: 22 Nov, 2016 08:20 PM
नोटबंदी का असर खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा। बैंकों की मनमानी के चलते कस्बा रायपुररानी में सरकार की नोट बंदी योजना लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है।
रायपुररानी, (रामेन्द्र): नोटबंदी का असर खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा। बैंकों की मनमानी के चलते कस्बा रायपुररानी में सरकार की नोट बंदी योजना लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है। कस्बा व आसपास के लोग सुबह से ही बैंकों के सामने लम्बी-लम्बी लाईनों में खड़े हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों के नोट बदलने के बाद बैंक कर्मियों द्वारा कैष खत्म होने की बात कहकर लोगों को वापिस भेज दिया जाता है, जिससे काफी संख्या में लोग मायूस होकर अपने घरों को लौट जाते हैं।
इसके बाद बैंकों में उनके चहेते लोगों का आना शुरू हो जाता है और वे बिना किसी रोक टोक के बैंक के अंदर चले जाते हैं और उनके लिए नो कैश का बोर्ड भी बौना दिखाई देता है।
जहां आम आदमी घण्टों लाईन में लगकर भी पैसे ना मिलने के कारण अपनी रोज मर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए परेशान हैं वहीं कुछ लोगों को बिना लाईन में लगे ही पूरी सुविधा बैंक कर्मियों द्वारा उपलब्ध करवाना सरकार की नोटबंदी योजना की सफलता पर प्रश्चिन्ह खड़ा करता है। जब आम आदमी पैसे बदलवाने की बात कहता है तो बैंकों का एक ही जवाब होता है कि एटीएम से निकाल लो। एचडीएफसी बैंक के एटीएम में 2000 के नोट मिलने से सरकार के आदेशो की अवहेलना की जा रही है क्योंकि सरकार द्वारा एटीएम से 2500 रूपये निकालने की छूट प्रदान की हुई है।
लोगों का कहना है कि केवल 2000 के नोट मिलने से उनको बाजार से खरीददारी करने में भी परेशानी हो रही है। लोगों ने सरकार से बैंकों द्वारा की जा रही मनमर्जी पर पूरी तरह से रोक लगाने व सभी को एक समान बैंक सुविधा दिये जाने की मांग उठाई है।