Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 09:53 PM
हमने शहर की सुरक्षा व्यवस्था और अपने निगरानी तंत्र को बेहतर बनाने के लिये इस ऐप में अतिथि नाम का नया फीचर जोड़ा है
इंदौरःअब फर्जी आईडी पर किसी होटल रिजॉर्ट में ठहरने वालों की खैर नहीं है। इंदौर पुलिस ने एेसे लोगों पर निगरानी रखने के लिए एक नया एप लांच किया है। इसमें शहर के किसी होटल में ठहरे अतिथियों जानकारी होगी।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने गुरुवार को बताया, हमने शहर की सुरक्षा व्यवस्था और अपने निगरानी तंत्र को बेहतर बनाने के लिये इस ऐप में अतिथि नाम का नया फीचर जोड़ा है। इसके जरिए होटल प्रबंधन को देशी-विदेशी पर्यटकों के नाम-पते के साथ उनके प्रवास से संबंधित जानकारी पुलिस तक पहुंचानी होगी।
उन्होंने बताया कि नये फीचर का इस्तेमाल शुरू कराने के लिए सिटीजन कॉप से शहर के सभी होटल संचालकों और प्रबंधकों के मोबाइल नंबर पंजीकृत किए जा रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि कुछ मामलों में देखा गया है कि अपराधी होटलों में ठहरने के लिए फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल करते हैं जिन पर छपे फोटो उनके असली चेहरे से मेल नहीं खाते।
इसके मद्देनजर हमने अपने ऐप के नए फीचर में वह सुविधा दी है जिसके जरिए होटल प्रबंधन को मेहमानों की जानकारी भेजते वक्त उनका फोटो भी खींच सकता है। इस ताजा फोटो के साथ मेहमानों के पहचान पत्रों की तस्वीरें और अन्य संबंधित जानकारी भी ऐप के जरिए पुलिस को पहुंचायी जायेगी।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस की इस नयी व्यवस्था से होटलों में ठहरने वाले मेहमानों के निजता के अधिकार का हनन नहीं होगा। डीआईजी ने कहा कि मेहमानों की जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इस डेटाबेस तक केवल पुलिस की पहुंच होगी और यह कानूनी प्रावधानों के मुताबिक पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।