Edited By Monika Jamwal,Updated: 08 Nov, 2018 08:27 PM
सरकार की अनदेखी का नतीजा पी.एच.ई. के हड़ताली कर्मियों को हिंदू सभ्यता का पारंपरिक एवं महत्वपूर्ण दीपावली का पर्व अपने बच्चों से दूर रहकर नारे लगाते हुए मनाना पड़ा।
कठुआ : सरकार की अनदेखी का नतीजा पी.एच.ई. के हड़ताली कर्मियों को हिंदू सभ्यता का पारंपरिक एवं महत्वपूर्ण दीपावली का पर्व अपने बच्चों से दूर रहकर नारे लगाते हुए मनाना पड़ा। पिछले दो माह से लगातार 52 माह का बकाया वेतन जारी करने सहित अन्य मांगों को लेकर वर्करों ने अपनी जारी हड़ताल के बीच दीपावली का पर्व सारी रात पी.एच.ई. कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन कर एवं नारेबाजी करते हुए मनाया। वर्करों ने केंद्र एवं रियासती प्रशासन को कोसते हुए कहा कि इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है कि उन्हें हिंदू सभ्यता में महत्वपूर्ण अहमियत रखने वाला पर्व अपने घरवालों,ख् बच्चों से दूर रहकर मनाने को मजबूर होना पड़ा है।
यूनियन के शिव नारायण सिंह ने कहा कि उन्हें गत दिनों राज्य प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया था कि दीपावली के पर्व से पहले उन्हें चार माह का वेतन रिलीज किया जाएगा लेकिन यह आश्चासन पहले के आश्वासनों की तरह झूठा ही साबित हुआ। उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व उन्हें यहां धरना प्रदर्शन देकर अपने घर से दूर रहकर अपने हितों के लिए आवाज बुलंद कर मनाना पड़ा। वहीं, हडताली कर्मियों के बीच भाजपा जिला प्रधान प्रेम डोगरा ने भी पहुंंचकर उनकी मांगों को सुना। डोगरा ने बाद में इ नकी मांगों को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह को अवगत करवाया और कर्मियों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार की ओर से भी हडताली कर्मियों के हितों को लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे।