Edited By Monika Jamwal,Updated: 14 Dec, 2018 06:22 PM
पी.एच.ई. विभाग के अस्थायी वर्करों ने अपनी जारी काम छोड़ों हड़ताल में साफ कर दिया है कि अगर इस बार राज्य के बजट में भी उनकी अनदेखी की गई तो वह आंदोलन को और तेज करने को मजबूर हो जाएंगे।
कठुआ : पी.एच.ई. विभाग के अस्थायी वर्करों ने अपनी जारी काम छोड़ों हड़ताल में साफ कर दिया है कि अगर इस बार राज्य के बजट में भी उनकी अनदेखी की गई तो वह आंदोलन को और तेज करने को मजबूर हो जाएंगे। शुक्रवार को भ्भी वर्करों ने अपने हितों को लेकर नारेबाजी करते हुए अपनी आवाज बुलंद की। वर्कर यूनियन के शिव नारायण ने कहा कि उन्हें राज्य के मुख्य सचिव और राज्यपाल की ओर से दिए गए आश्वासन पर भरोसा है कि आगामी राज्य के बजट में उनके हितों को लेकर नीति बनाई जाएगी। उनकी मांगों पर गौर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्ष से भी ज्यादा समय से उन्हें वेतन नहीं मिला है, नियमित होने की उम्मीद में कई ओवर ऐज हो गए। उन्हेें परिवार का खर्च तक चलाना मुश्किल हो रहा है लेकिन अब तक उनकी अनदेखी ही की गई। उन्होंने कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि इस बार बजट में सरकार उनकी मांगों पर गौर करेगी और अगर इस बार भी अनदेखी की गई तो वह आंदोलन को और तेज करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पूरी तरह से विभाग और सरकार की होगी। आपको बता दें कि गत सितंबर माह से कर्मियों की लगातार काम छोड़ों हड़ताल जारी है जिसके चलते पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। कई इलाकों मेें आपूर्ति एक-दो दिनों के बाद हो रही है जबकि सर्दी का मौसम में पानी की कम जरूरत के चलते लोगों को परेशान कम होना पड़ रहा है।