Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Oct, 2018 11:11 AM
दिल्ली की हवा सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी खराब रही।वहीं अधिकारियों ने आशंका जताई कि यह अभी और खराब हो सकती है। वहीं दिल्ली में खराब हवा होने का कारण पराली को माना जा रहा है।
नई दिल्ली: दिल्ली की हवा सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी खराब रही।वहीं अधिकारियों ने आशंका जताई कि यह अभी और खराब हो सकती है। वहीं दिल्ली में खराब हवा होने का कारण पराली को माना जा रहा है। पंजाब और हरियाणा में हाल ही में किसानों द्वारा पराली जलाने की खबर आई थी जिसके बाद से राजधानी में काफी प्रदूषण बढ़ा है। वहीं नासा ने कुछ सेटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि इस बार किसानों ने पिछले साल की तुलना में कम पराली जलाई है। नासा की जारी की गई तस्वीरों से पता चलता है कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने इस महीने की शुरुआत में ही पराली जलाना शुरू कर दिया था लेकिन यह 2017 की तुलना में कम है। नासा द्वारा जारी की गई तस्वीरें अमृतसर, अंबाला, करनाल, सिरसा और हिसार समेत इनके आसपास के क्षेत्रों की हैं।
प्रदूषण चेक करने का नया सिस्टम लॉन्च
वहीं बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्ष वर्धन ने सोमवार को एक ऐसी प्रणाली का शुभारंभ किया जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बड़े स्तर पर वायु प्रदूषण के बारे में पहले ही चेतावनी देने में मदद करेगी। ‘एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम’ वायु प्रदूषण के बारे में पहले ही सूचना देने और केंद्र के ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के अनुसार आवश्यक कदम उठाने के लिए अलर्ट देने के वास्ते बनाया गया है।
यह वायु प्रदूषण प्रणाली भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) पुणे, भारतीय मौसम विभाग और नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फॉरकास्टिंग के वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से बनाई है। इस प्रणाली के शुभारंभ के अवसर पर हर्षवर्धन ने कहा कि इससे तीन-चार दिन पहले ही दिल्ली क्षेत्र में किसी भी तरह के वायु प्रदूषण के बारे में भविष्यवाणी करने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 41 सदस्यीय टीम गठित की है जो दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर पर लगातार निगरानी रखेगी और बोर्ड को इसकी रिपोर्ट देगी।