Edited By Seema Sharma,Updated: 12 May, 2019 03:25 PM
दिल्ली में 17 मतदान केंद्र ऐसे बनाए गए हैं जिनमें पूरा स्टाफ महिलाएं हैं। इन मतदान केंद्रों पर ‘नारी शक्ति'' साफ नजर आई जहां महिलाएं, खासतौर पर, मुस्लिम महिलाएं बड़ी संख्या में आ रही हैं।
नई दिल्लीः दिल्ली में 17 मतदान केंद्र ऐसे बनाए गए हैं जिनमें पूरा स्टाफ महिलाएं हैं। इन मतदान केंद्रों पर ‘नारी शक्ति' साफ नजर आई जहां महिलाएं, खासतौर पर, मुस्लिम महिलाएं बड़ी संख्या में आ रही हैं। रविवार को मदर्स डे भी था जिसके चलते पोलिंग बूथ पर खास तैयाकियां की गई थीं। ये महिला मतदान केंद्र दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर बनाए गए हैं जिनमें पीठासीन अधिकारी से लेकर अन्य स्टाफ में सिर्फ महिलाएं ही हैं। दिलचस्प है कि दिल्ली की सात में से चार जिला निर्वाचन एवं रिटर्निंग अधिकारी महिलाएं हैं। वे इस पहल का प्रभाव देखकर खासी उत्साहित हैं। चांदनी चौक लोकसभा सीट की रिटर्निंग अधिकारी तन्वी गर्ग ने कहा कि दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने महिला मतदान केंद्र की कल्पना की थी और इसका मकसद महिला सशक्तिकरण की भावना पैदा करना था और यह ‘‘संदेश चला गया।''
गुप्ता ने कहा कि हमने ऐसे दो मतदान केंद्र बनाएं हैं। एक मटिया महल विधानसभा में और दूसरा मॉडल टाउन विधानसभा में। इन मतदान केंद्रों की महिला स्टाफ पूर्ण महिला टीम बन कर खासी खुश हैं। महिला मतदाता भी खुश हुईं जबकि पुरुष मतदाता अचरज में पड़ गए। 17 मतदान केंद्रों में से 10 पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में, दो चांदनी चौक में और उत्तर पूर्वी दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, नई दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली निर्वाचन क्षेत्रों में एक-एक महिला मतदान केंद्र बनाया है। उत्तर पूर्वी दिल्ली की रिटर्निंग अधिकारी शशि कौशल ने कहा कि यह पहल ‘बहुत कामयाब' रही है और यह चुनाव में महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़ाने में ‘निश्चित रूप' से योगदान देगी।
कौशल ने कहा कि हमने इलाके के ज़ीनत महल स्कूल में गुलाबी मतदान केंद्र बनाया है जहां काफी मुस्लिम आबादी रहती है। सुबह बड़ी संख्या में पर्दाशीन महिलाएं वोट डालने के लिए आईं थी। उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं को फूल देकर उनका स्वागत किया गया। कौशल ने बताया कि उत्तर पूर्वी जिले में एक मतदान केंद्र में सभी स्टाफ दिव्यांग है जबकि इसी जिले के ताहिरपुर के लेप्रॉसी होम कॉम्प्लेक्स में एक मतदान केंद्र सिर्फ दिव्यांगों के लिए है। सात लोकसभा क्षेत्रों में 13,819 मतदान केंद्र बनाएं गए हैं। राजधानी में 1.43 करोड़ मतदाता हैं जिनसे से 78,73,022 पुरुष और 64,42,762 महिलाएं एवं 669 थर्ड जेंडर शामिल हैं। ये मतदाता 164 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें 18 महिलाएं शामिल हैं।