Edited By Seema Sharma,Updated: 31 May, 2018 10:57 AM
नार्थ ब्लाक में ऐसी कहानियों की भरमार है जो कि इससे पहले सरकार में कभी नहीं सुनी गईं। जब नवनियुक्त वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने पद संभालने के बाद मंत्रालय का दौरा किया तो सचिवों सहित प्रमुख अधिकारी उनके चैम्बर में उन्हें बधाई देने के लिए गए। सभी...
नेशनल डेस्कः नार्थ ब्लाक में ऐसी कहानियों की भरमार है जो कि इससे पहले सरकार में कभी नहीं सुनी गईं। जब नवनियुक्त वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने पद संभालने के बाद मंत्रालय का दौरा किया तो सचिवों सहित प्रमुख अधिकारी उनके चैम्बर में उन्हें बधाई देने के लिए गए। सभी अधिकारी इस बात को देख कर हैरान हुए कि मंत्री गोयल औपचारिक बैठकों के लिए निर्धारित कुर्सी की जगह एक सोफे पर बैठे हुए थे। गोयल ने पहला आदेश जारी किया कि अधिकारी वे सारा काम करते रहेंगे जैसा वे पहले किया करते थे। गोयल वित्त मंत्रालय में अपनी पसंद का एक भी व्यक्ति नहीं लाए।
वित्त और कार्पोरेट मामलों के मंत्रालयों का पूर्णकालीन चार्ज संभालने के बाद गोयल ने नार्थ ब्लाक का बार-बार दौरा करने को अधिमान नहीं दिया और इसकी बजाय वह वित्त मंत्रालय की फाइलें रेलवे मंत्रालय में ही मंगवाते हैं जहां वह घंटों तक बैठे रहते थे। यहां तक कि वित्त मंत्रालय की वैबसाइट पर नए वित्त मंत्री के रूप में उनका नाम डाला गया तो कुछ ही घंटों के बाद उसे वापस ले लिया गया। मंत्रालय की सरकारी वैबसाइट के अनुसार अरुण जेतली ही वित्त मंत्री पद पर हैं। यही नहीं, जब गोयल अधिकारियों और सहयोगी मंत्रियों के साथ नियमित बैठकें करते हैं तो वह जेतली की कुर्सी पर कभी नहीं बैठते।
मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि गोयल भगवान राम के छोटे भाई भरत की तरह काम कर रहे हैं। भरत राजा बन गए मगर वह कभी भी सिंहासन पर नहीं बैठे बल्कि उन्होंने भगवान राम की खड़ाऊं को सिंहासन पर रखकर शासन चलाया। गोयल उसी तरह काम कर रहे हैं। गोयल एम्स में जेतली से मिलने जाते हैं जहां वह किडनी प्रत्यारोपण के बाद आराम फरमा रहे हैं। यह बात अजीब-सी लगती है मगर सच है। एक समाचार एजैंसी ने खबर दी थी कि पीयूष गोयल नए वित्त मंत्री होंगे और यह बात 2 वर्षों बाद सच निकली। गोयल ने इस बात का खंडन किया कि इसमें उनका कोई हाथ है और वह भी उस समय जब उनके पास 4 प्रमुख विभाग हैं जिनमें रेलवे, कोयला, वित्त और कार्पोरेट मामले शामिल हैं। ‘भरत भाई की जय हो’।