Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 11:00 AM
भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज यहां के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-40 सी के जरिये पृथ्वी अवलोकन उपग्रह कार्टोसैट-2 सहित 31 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो की इस...
श्रीहरिकोटा/नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज यहां के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-40 सी के जरिये पृथ्वी अवलोकन उपग्रह कार्टोसैट-2 सहित 31 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो की इस कामयाबी पर बधाई दी। मोदी ने ट्वीट किया, ''यह सफलता इसरो और उसके वैज्ञानिकों की मेहनत का फल है। सभी को मेरी ओर से बधाई। नए साल में यह सफलता हमारे नागरिकों, किसानों, मछुआरों आदि सभी के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की तेजी से बढ़ोतरी के लाभ लाएगी।'' यह नए साल की पहली अंतरिक्ष परियोजना है जो सफलपूर्ण रही।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी पूरी इसरो टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। पीएसएलवी-सी40 रॉकेट का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 9:28 पर अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण किया गया जो बादलों से भरे आसमान को चीरता हुआ अपने गंतव्य की ओर बढ गया।
इस रॉकेट के जरिए कार्टोसैट-2 के साथ 28 विदेशी उपग्रहों का भी प्रक्षेपण किया गया जिनमें अमेरिका और फिनलैंड के उपग्रह शामिल हैं। इसके साथ ही दो अन्य भारतीय उपग्रह-पांच किलो वजनी नैनो अंतरिक्ष यान और लगभग 100 किलो वजनी सूक्ष्म उपग्रह शामिल हैं। सभी 31 उपग्रहों का वजह 1323 किलोग्राम है।
यह देश का इस वर्ष पहला पीएसएलवी मिशन है।