Edited By vasudha,Updated: 15 Aug, 2020 09:24 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की रक्षा में प्राण न्यौच्छावर करने वाले भारत मां के सपूतों के साथ-साथ आज देश भर के कोरोना यौद्धाओं को भी श्रद्धांजलि दी और नमन किया। मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की रक्षा में प्राण न्यौच्छावर करने वाले भारत मां के सपूतों के साथ-साथ आज देश भर के कोरोना यौद्धाओं को भी श्रद्धांजलि दी और नमन किया। मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद कहा कि आजादी और भारत मां की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले यौद्धाओं के कारण ही हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने बताया कि इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। एक अनुमान के मुताबिक भारत को तेज आर्थिक वृद्धि दर के लिए साल 2030 तक इंफ्रास्ट्रक्चर (ढांचागत सुविधाओं) पर 4.5 लाख करोड़ डॉलर खर्च करने होंगे।
कोरोना योद्धाओं को सलाम
- समूचा राष्ट्र इन जांबाजों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है।
- आजादी का यह पर्व इस बार देश असाधारण परिस्थिति में मना रहा है और भारत के साथ साथ पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चुनौती का सामना कर रही है।
- देशवासियों ने अपने संकल्प और सामर्थ्य से इस चुनौती का हिम्मत के साथ सामना किया है।
- देश के कोरोना यौद्धाओं ने चौबीस घंटे दिन रात एक कर अपने सेवा भाव से लोगों की सेवा की।
महामारी के खिलाफ देश विजयी होगा
- कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।
- वह इन सब कोरोना यौद्धाओं को नमन करते हैं। इस दौरान कई लोगों ने सेवा करते हुए अपनी जान गंवा दी देश इन सभी को नमन करते हुए श्रद्धांजलि देता है और इनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता और संवेदना व्यक्त करता है।
- भारत ने हमेशा प्रतिकूल परिस्थितियों में अपने आत्मविश्वास और संकल्प से सफलता हासिल की है।
- देश कोरोना महामारी के खिलाफ भी जल्द ही विजयी होगा।
देश जो ठान लेता है वो करके दम लेता है
- मोदी ने कहा कि गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो।
- देश में आजादी की ललक ऐसी थी कि उसने दो दो विश्व युद्धों के दौरान भी अपने इस संकल्प को कमजोर नहीं होने दिया और विस्तारवादी ताकतों के मंसूबों को असफल कर आजादी हांसिल की।
- इस बात का प्रतीक है कि देश एक बार जो ठान लेता है उसे पूरा करके दम लेता है। देश ऐसे ही एक दिन कोरोना को भी हराकर दम लेगा।
लाल किले पर ध्वाजारोहण से पहले मोदी सुबह सात बजे राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जय हिंद!