Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Sep, 2022 05:23 PM
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई विश्व नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
नेशनल डेस्क: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई विश्व नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए टोक्यो पहुंचे पीएम मोदी ने यहां हाथ जोड़कर व फूलों का गुच्छ चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भावुक हुए पीएम मोदी
शिंजो को अंतिम विदाई देने से पहले पीएम मोदी ने टोक्यों में जापानी पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत-जापान संबंध को लेकर चर्चा हुई। फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-जापान संबंध गहरे होंगे इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व जापानी पीएम शिंजो आबे को भी याद किया। उन्होंने कहा, दुख की इस घड़ी में आज हम मिल रहे हैं। पिछली बार जब मैं आया था तो मेरी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ लंबी बातचीत हुई थी। भारत शिंजो आबे को याद कर रहा है।
शिंजो आबे की अस्थियां लेकर पहुंची पत्नी अकी
आबे की पत्नी अकी काले रंग का ‘किमोनो' (जापान की पारंपरिक पोशाक) पहने बुडोकान हॉल में वह कलश लेकर पहुंची, जिसमें उनके पति की अस्थियां थीं। कलश एक लकड़ी के बक्से में था जिस पर बैंगनी व सुनहरे रंग की धारियों वाला एक कपड़ा लिपटा था। सफेद पोशाक पहने रक्षा कर्मियों ने आबे की अस्थियों वाला कलश लिया और उसे सफेद व पीले फूलों से सजे एक आसन पर रख दिया। इस दौरान अकी आबे के बाद प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित सरकार, ससंद के कई प्रतिनिधियों ने संवेदना व्यक्त करते हुए भाषण दिए। आबे के अंतिम संस्कार में अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस व कई विश्व नेताओं सहित 4,300 लोग कार्यक्रम में शमिल हुए। हैरिस तीसरी पंक्ति में जापान में अमेरिका के राजदूत राहम इमानुएल के साथ बैठीं नजर आईं।
बता दें कि आबे (67) की आठ जुलाई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह दक्षिणी जापानी शहर नारा में चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तोक्यो के एक मंदिर में बेहद करीबी लोगों की मौजूदगी में जुलाई में आबे का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। आज उनका राजकीय अंतिम संस्कार कार्यक्रम रखा गया है, ताकि विश्व नेता व उनके समर्थक उन्हें श्रद्धांजलि दे पाएं। इस कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।