पुरी से लड़ सकते हैं पीएम मोदी अगला लोकसभा चुनाव, तैयारियां जोरों पर

Edited By Yaspal,Updated: 25 May, 2018 05:39 AM

pm modi can fight against puri the next lok sabha election ready preparations

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त वाराणसी से सांसद हैं। क्या पीएम मोदी 2019 में दूसरी जगह से चुनाव लड़ने जा रहे हैं या फिर 2014 की तरह दो सीटों से चुनाव लडेंगे। ये तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन ऐसे ही कई सवाल लोगों के मन में उठ रहे हैं।

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त वाराणसी से सांसद हैं। क्या पीएम मोदी 2019 में दूसरी जगह से चुनाव लड़ने जा रहे हैं या फिर 2014 की तरह दो सीटों से चुनाव लडेंगे। ये तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन ऐसे ही कई सवाल लोगों के मन में उठ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी इस बार भी दो जगहों से चुनाव लड़ते नजर आ सकते हैं। पीएम वाराणसी के साथ ओडिशा की पुरी सीट से भी चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। उनकी दूसरी संसदीय सीट वाराणसी ही रहेगी। 

सराकर के 4 साल पूरा होने पर कटक में करेंगे रैली
अभी यह कहना मुश्किल होगा कि चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी कौन-सी सीट को छोड़ेंगें। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी के पुरी से चुनाव लड़ने की युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी 26 मई को ओडिशा के कटक में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे और चुनावी बिगुल फूंकेंगे। इस वक्त पुरी से बीजू जनता दल (बीजेडी) के पिनाकी मिश्रा पुरी से सांसद हैं।
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पार्टी बढ़ाना चाहती है जनाधार
पुरी से चुनाव लड़कर पीएम मोदी एक तीर से कई निशाना साधने की कोशिश करेंगे। दरअसल, बीजेपी ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अपने वोट प्रतिशत के साथ सीट शेयर को बढ़ाना चाहती है। इन सभी राज्यों में बीजेपी के पास अभी बहुत संभावनाएं हैं और खास बात यह है कि बीजेपी की इन चार राज्यों ही सरकार नहीं है। बीजेपी देश के कई राज्यों में अधिकतम सीट जीत चुकी है और पार्टी नए राज्यों की ओर जनाधार बढ़ाना चाहती है।
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2014 में थी सिर्फ 6 सीटें
बीजेपी की नजर इन चार राज्यों की 105 लोकसभा सीटों पर है। 2014 में हुए आम चुनाव में यहां से बीजेपी को सिर्फ 6 सीटें ही मिली थीं। इस लिहाज से देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी के पास इन राज्यों में अपना जनाधार बढ़ाने की प्रबल संभावनाएं नजर आती हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव के प्रदर्शन पर नजर डालें तो बीजेपी यहां दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है और ओडिशा में भी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। आंध्र प्रदेश में बीजेपी-टीडीपी गठबंधन टूटने के बाद पार्टी यहां विस्तार करने में जुटी है।

जाएगा धार्मिक संदेश
अगर प्रधानमंत्री पुरी से चुनाव लड़ते हैं तो एक धार्मिक संदेश भी है। 2014 में नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में चुनाव प्रचार के दौरान मां गंगा और भगवान शंकर का जमकर बखान किया था और इस बार पीएम पुरी से चुनाव लड़ते है तो इसे भगवान विष्णु से जोड़ा जाएगा।
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बता दें कि पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में भगवान विष्णु के कृष्ण रूप (जगन्नाथ) की पूजा होती है। पीएम मोदी का गृहराज्य गुजरात का द्वारका भी कृष्ण से जुड़ा एक अहम तीर्थस्थल है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भगवान विष्णु के ठाकुर रूप की भी पूजा होती है। बीजेपी आलाकमान इन सभी धार्मिक स्थलों को अपने पक्ष में इस्तेमाल करने की कोशिश करेगा।
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