Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Feb, 2020 12:19 PM
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार संसद में अपना दूसरा बजट पेश किया। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शनिवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिये मसौदा बजट को...
नेशनल डेस्कः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार संसद में अपना दूसरा बजट पेश किया। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शनिवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिये मसौदा बजट को मंजूरी दी। जहां एक तरफ बजट की यह प्रक्रिया बेहद गुप्त होती है और सदन में पेश किए जाने से पहले इसकी एक भी जानकारी लीक नहीं होती। वहीं बजट पर होने वाली कैबिनेट की बैठक में भी कुछ सावधानियां बरती जाती हैं।
बैठक में शामिल होने वाले सभी मंत्रियों के फोन बाहर रखवा लिए जाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है कि बैठक में क्या बात हुई इसको लकेर बाहर कोई बात लीक न हो। बता दें कि बजट का दस्तावेज बेहद गोपनीय होता है। इसे तैयार करने की प्रक्रिया के दौरान वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी से लेकर निचले स्तर के कर्मचारी समेत अन्य लोग दफ्तर में ही रहकर काम करते हैं। बजट दस्तावेज की गोपनीयता के लिए आखिरी वक्त पर उन्हें अपने परिवार से बात करने की भी इजाजत नहीं रहती है। इस दौरान बजट तैयार करने वाले और इसके प्रकाशन से जुड़े लोगों पर कड़ी नजर रखी जाती है। बजट प्रक्रिया में वित्त मंत्री का भाषण सबसे सुरक्षित दस्तावेज होता है। जिसे बजट घोषणा से सिर्फ दो दिन पहले ही छपने के लिए भेजा जाता है।