Edited By vasudha,Updated: 04 Jul, 2020 11:34 AM
भारत, चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को लेह का दौरा कर पड़ोसी देश को कड़ा संदेश दिया। जवानों के हौसले अफजाई के साक्थ साथ पीएम ने फॉरवर्ड ब्रिगेड प्लेस निमू में सिंधु दर्शन पूजा भी...
नेशनल डेस्क: भारत, चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को लेह का दौरा कर पड़ोसी देश को कड़ा संदेश दिया। जवानों के हौसले अफजाई के साथ साथ पीएम ने फॉरवर्ड ब्रिगेड प्लेस निमू में सिंधु दर्शन पूजा भी की, जिसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई है।
भारतीय जनता पार्टी ने ट्विटर पर एक वीडियो सांझा की है, जिसमें पीएम पूजा करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में उनके साथ सीडीएस विपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी दिखाई दे रहे हैं। सिंधु नदी के तट पर 11,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित निमू सबसे दुर्गम स्थानों में से एक है। यह जंस्कार पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है।
बता दें कि लेह के अपने दौरे में प्रधानमंत्री ने सेना के जवानों से बातचीत की और चीन को कड़ा संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने जवानों से कहा कि मैं गलवान घाटी में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों को एक बार फिर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। आपने जो वीरता हाल ही में दिखाई उससे विश्व में भारत की ताकत को लेकर एक संदेश गया है ।
गलवान घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत के वीर सपूतों ने दिखा दिया कि वे कभी भी मां भारती के गौरव को आंच नहीं आने देंगे। उनका यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध जारी है।