Edited By vasudha,Updated: 30 Aug, 2020 11:43 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मोहर्रम के अवसर पर इमाम हुसैन को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनके लिए सच्चाई तथा न्याय के मूल्यों से बढ़कर कुछ भी नहीं था। मोदी ने कहा कि इमाम हुसैन का समानता और निष्पक्षता पर जोर स्मरणीय है तथा यह अनेक लोगों को...
नेशनल डेसक: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मोहर्रम के अवसर पर इमाम हुसैन को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनके लिए सच्चाई तथा न्याय के मूल्यों से बढ़कर कुछ भी नहीं था। मोदी ने कहा कि इमाम हुसैन का समानता और निष्पक्षता पर जोर स्मरणीय है तथा यह अनेक लोगों को ताकत देता है।
मोदी ने ट्वीट किया कि हम इमाम हुसैन के बलिदान को याद करते हैं। क्योंकि उनके लिए सच्चाई तथा न्याय के मूल्यों से बढ़कर कुछ भी नहीं था। समानता और निष्पक्षता पर उनका जोर स्मरणीय है और यह अनेक लोगों को ताकत देता है।बता दें कि इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मोहर्रम होता है। इस महीने की 10वीं तारीख को अशुरा का दिन कहते हैं।
इस दिन इमाम हुसैन की शहादत को याद कर गम मनाते हैं। इसको इस तरह से समझा सकता है कि मुहर्रम को मनाने की वजह इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत के गम में मनाया जाता है। इसी दिन पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके 71 साथी शहीद हुए थे। इन शहीदों में सबसे छोटा शहीद 6 महीने के इमाम हुसैन के बेटे अली असगर थे।