प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर दौरे के आज अंतिम दिन अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस से आज मुलाकात की। अमेरिकी सेना में भारत की महत्ता के बड़े सांकेतिक कदम के तौर पर पेंटागन द्वारा प्रशांत कमान का नाम बदलकर
सिंगापुरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चाइनाटाउन स्थित हिंदू और बौद्ध मंदिरों में जाने और पूजा में शामिल होने के साथ ही एक मस्जिद में भी गए । इस तरह उन्होंने भारत और सिंगापुर के लोगों के बीच काफी समय से चले आ रहे आपसी संपर्क को प्रर्दिशत किया। मोदी ने आज ही क्लिफोर्ड पायर में महात्मा गांधी की याद में बनी तख्ती का अनावरण भी किया।

ये उन चुनिंदा जगहों में शामिल है, जहां बापू की अस्थियां विसर्जित की गई थीं। 70 साल पहले 1948 में गांधीजी की अस्थियों को भारत के साथ कई देशों में भेजा गया था। इस दौरान मोदी ने 191 साल पुराने मंदिर के भी दर्शन किए।

सिंगापुर के तीन दिवसीय दौरे पर यहां आए मोदी श्री मरियम्मां मंदिर पहुंचे और वहां प्रार्थना में शामिल हुए। यह मंदिर देश का प्राचीनतम हिंदू मंदिर है। मंदिर के पुजारी ने मोदी को सुनहरे रंग की शॉल भेंट की।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासतों को और मजबूत बनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी यहां मरियम्मां मंदिर गए। ’ इसके अलावा वह चूलिया मस्जिद भी गए जो भारत के कोरोमंडल तट के चूलिया मुस्लिम व्यापारियों द्वारा अंसार साहिब के नेतृत्व में 1826 में निर्मित की गई थी।
मस्जिद में मोदी को हरे रंग की शॉल भेंट की गई। मस्जिद के बाद मोदी बुद्ध टुथ रेलिक टेंपल एवं म्यूजियम गए। इस मंदिर का निर्माण 2007 में हुआ था लेकिन इसके भीतरी भाग में की गई विशेष प्रकार की पच्चीकारी सैंकड़ों साल पुरानी बौद्ध कला और इतिहास की कहानी बयां करती है। कुमार ने ट्वीट किया , प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के संस्कृति मंत्री ग्रेस फु हे येन के साथ बौद्ध संपदा को साझा किया और बुद्ध टुथ रेलिक टेंपल और म्यूजियम पहुंचे। ’’
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