Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Jul, 2019 12:55 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में रोस्टर ड्यूटी में अनुपस्थित रहने वाले मंत्रियों की शाम तक जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि पहली बार जो प्रभाव पड़ता है, उसका असर अंत तक बना रहता है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में रोस्टर ड्यूटी में अनुपस्थित रहने वाले मंत्रियों की शाम तक जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि पहली बार जो प्रभाव पड़ता है, उसका असर अंत तक बना रहता है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। यह बैठक संसद भवन लाइब्रेरी में हुई। पीएम मोदी ने मंगलवार को पार्टी सांसदों से कहा कि उन्हें राजनीति के साथ साथ सामाजिक क्षेत्र में भी काम करना चाहिए, साथ ही जनता की समस्याओं को संसद में उठाना चाहिए। पीएम मोदी ने बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों को संबोधित किया। इस दौरान बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सासंसदों को जनता के लिए राजनीति से हटकर काम करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय देश के सामने सबसे बड़ा संकट जल संकट है और सांसदों को इस समस्या पर अपने इलाके के अधिकारियों के साथ मिलकर इस पर बैठक करनी चाहिए और समस्या पर बात करनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि सांसद सरकारी कामों के साथ ही सामाजिक कामों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और जब संसद चले तो सभी सदन में उपस्थित रहें।
उन्होंने कहा कि आपकों अपने इलकाे की जनता की समस्यों के बारे में पता होना चाहिए और लोगों से संपर्क में रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो पहला इंप्रेशन होता वहीं आखिरी भी होता है। दिल्ली में आज सुबह हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय मंत्री वी.मुरलीधरन समेत कई नेता मौजूद रहे। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार को हुई संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सांसदों को 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) से लेकर 31 अक्टूबर (सरदार पटेल जयंती) तक अपने-अपने क्षेत्र में 150 किलो मीटर पदयात्रा निकालने का निर्देश दिया था।