Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Jun, 2018 11:09 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने इस सप्ताहांत किंगदाओ जाएंगे। इस दौरान भारत का आतंकवाद की बढ़ती चुनौती से निपटने के प्रभावी तौर तरीकों तथा एससीओ के सदस्य देशों के बीच सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर रहेगा।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने इस सप्ताहांत किंगदाओ जाएंगे। इस दौरान भारत का आतंकवाद की बढ़ती चुनौती से निपटने के प्रभावी तौर तरीकों तथा एससीओ के सदस्य देशों के बीच सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में शांदोंग प्रांत के किंगदाओ शहर में 9 और 10 जून को आयोजित हो रहे 18वें एससीओ सम्मेलन में मोदी भाग लेंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि शिखर सम्मेलन में अन्य मुद्दों के साथ-साथ सदस्य देशों के बीच सहयोग के अवसर और क्षेत्र के हालात पर गौर किए जाने की उम्मीद है।
भारत और पाकिस्तान पिछले साल एससीओ के सदस्य बने हैं और इस साल पहली बार पूर्ण सदस्य के तौर पर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। कुमार ने शिखर सम्मेलन के उद्देश्य के बारे में कहा कि लक्ष्य सदस्य देशों के बीच मौजूद संबंध को और गहरा बनाना है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में चीन के राष्ट्रपति द्वारा 9 जून की शाम दी जाने वाली स्वागत दावत में भागीदारी भी शामिल है।
एससीओ शिखर सम्मेलन का मुख्य कार्य दिवस 10 जून है। कुमार ने कहा कि मोदी एससीओ देशों के प्रमुखों की बैठक के सीमित एवं विस्तारित दोनों स्वरूपों में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन से इतर मोदी की द्विपक्षीय बैठकें भी नियोजित हैं।