Edited By vasudha,Updated: 03 Apr, 2018 06:32 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के समापन पर 10 अप्रैल को ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ कार्यक्रम में शामिल होंगे और इसके माध्यम से देश भर में चार लाख स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करेंगे...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के समापन पर 10 अप्रैल को ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ कार्यक्रम में शामिल होंगे और इसके माध्यम से देश भर में चार लाख स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करेंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश में सत्याग्रह की शुरुआत चम्पारण से ही की थी। चम्पारण जाते हुये वे 10 अप्रैल, 1917 को पटना पहुंचे थे। इस घटना के सौ साल पूरा होने के उपलक्ष्य में एक साल पहले चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह की शुरुआत हुई थी।
पेयजल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर ने बताया कि मोदी बिहार के चम्पारण से 10 अप्रैल को ‘खुले में शौच से मुक्ति’ के लिए काम करने वाले चार लाख ‘स्वच्छाग्रही’ कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इनमें से 20 हजार ‘स्वच्छाग्रही’ इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे जबकि अन्य देश के विभिन्न हिस्सों से सोशल मीडिया तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से इससे जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2014 में ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत के दौरान ग्रामीण इलाकों में खुले में शौच करने वालों की संख्या 55 करोड़ थी जो अब घटकर 20 करोड़ रह गयी है। इस दौरान स्चच्छता का दायरा 38.7 प्रतिशत से बढ़कर 80.53 प्रतिशत पर पहुँच चुका है। यह एक जनांदोलन का रूप ले चुका है।
अय्यर ने बताया कि अब तक देश के तीन लाख 44 हजार गांव, 360 जिले, 15 राज्य और तीन केंद्रशासित प्रदेश खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2 अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच से शत-प्रतिशत मुक्ति का लक्ष्य हासिल कर लिया जायेगा। 3 से 9 अप्रैल तक बिहार के 10 हजार और अन्य राज्यों के 10 हजार स्वच्छाग्रही बिहार में लोगों को घरों में शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करेंगे।