Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Oct, 2019 10:35 AM
घोटाले में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक (पीएमसी) के दो खाताधारकों की मौत हो गई। खाताधारक 39 वर्षीय एक डॉक्टर ने यहां वरसोवा इलाके में अपने घर में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। हालांकि एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को नहीं लगता कि इस आत्महत्या का...
मुंबईः घोटाले में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक (पीएमसी) के दो खाताधारकों की मौत हो गई। खाताधारक 39 वर्षीय एक डॉक्टर ने यहां वरसोवा इलाके में अपने घर में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। हालांकि एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को नहीं लगता कि इस आत्महत्या का संबंध पीएमसी बैंक के संकट और हजारों जमाकर्ताओं पर आई वित्तीय परेशानी से है। बैंक के कुछ अधिकारियों पर फर्जी तरीके से ऋण वितरित करने के लिए निजी कंपनी एचडीआईएल के साथ साठगांठ करने का आरोप है जिससे बैंक को 4,355 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और हजारों निवेशक पैसे निकाल पाने में असमर्थ हो गए एवं उनकी बचत खतरे में आ गई।
अधिकारी ने बताया कि वरसोवा के मॉडल टाउन इलाके में अपने पिता के साथ रह रही डॉक्टर निवेदिता बिजलानी (39) ने सोमवार रात को नींद की अधिक गोलियां खा लीं। उन्होंने कहा कि आत्महत्या की वजह का पता लगाया जाना अभी बाकी है। उसका पीएमसी बैंक में खाता तो था लेकिन हमें नहीं लगता कि इसका (मौत का) संबंध बैंक के संकट से है।'' उन्होंने कहा कि बिजलानी पिछले कुछ वर्षों से अवसादग्रस्त थीं और उसने पिछले साल मार्च में अमेरिका में खुदकुशी करने की कथित तौर पर कोशिश की थी। अधिकारी के अनुसार वह अमेरिका में प्रैक्टिस कर रही थीं।
पहली शादी से उनकी 17 साल की बेटी है जबकि एक अमेरिकी नागरिक से दूसरी शादी से उनका डेढ़ साल का बेटा है। अधिकारी के मुताबिक वरसोवा थाने में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है। वहीं इससे पहले सोमवार को दो खाताधारकों संजय गुलाटी (51) और फट्टोमल पंजाबी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। संजय समोवार को बैंक पर लगाई गई पाबंदियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करके घर लौटे थे और शाम को खाना खाते समय उनको दिन का दौरा पड़ा और मौत हो गई। संजय गुलाटी के बैंक में 90 लाख रुपए जमा थे।
PMC बैंक के ग्राहकों को मिलेगा पूरा पैसा : शाह
गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑप्रेटिव (पी.एम.सी.) बैंक के ग्राहकों को पूरा पैसा मिलेगा। उन्होंने कहा कि बैंक में जो कुछ हुआ उसकी जांच चल रही है और ग्राहकों को पूरा पैसा वापिस किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि पी.एम.सी. बैंक में 80 फीसदी तक एक लाख रुपए तक के डिपॉजिटर हैं जिनके पैसे डिपॉजिटर इंश्योरैंस स्कीम एक्ट के तहत वापस किए जाएंगे। वहीं एक लाख रुपए से ज्यादा डिपॉजिटर करीब 20 फीसदी हैं, इनके पैसे वापस करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) द्वारा गबन के आरोपियों की संपत्ति सीज की जा चुकी है इसलिए पी.एम.सी. बैंक के ग्राहकों को पैसे लौटाने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत 1 से 2 महीने में लोगों के पैसे मिल जाएंगे। अमित शाह ने कहा कि जैसे ही पी.एम.सी. बैंक का मामला सामने आया, सरकार की ओर से प्रवर्तन निदेशालय को इसकी जांच सौंपी गई।