Edited By Yaspal,Updated: 27 Jan, 2020 06:46 PM
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र शरजील इमाम पर निशाना साधा। दिल्ली के रिठाला में शाह ने कहा कि आपने शरजील इमाम का एक वीडियो देखा होगा, जिसमें वह...
नेशनल डेस्कः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र शरजील इमाम पर निशाना साधा। दिल्ली के रिठाला में शाह ने कहा कि आपने शरजील इमाम का एक वीडियो देखा होगा, जिसमें वह नॉर्थ-ईस्ट को भारत से अलग करने की बात करता है। उसने देश को बांटने की बात की।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली पुलिस को उसके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज करने का कहा। पीएम मोदी के कहने पर पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। शाह ने कहा 'मोदी सरकार में ये अधिकार सबको है, केजरीवाल जी आपको भी है, गाली देनी है तो हमें दे दो या हमारी पार्टी को दे दो, लेकिन अगर कोई भारत माता के टुकड़े करने की बात करेगा, तो आपको जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा।
नारे लगाने वालों को पीएम ने जेल में डाला
अमित शाह ने कहा कि कुछ समय पहले JNU में 'भारत तेरे टुकड़े हो एक हजार' नारे लगे थे। प्रधानमंत्री ने इन नारे लगाने वालों को उठाकर जेल में डाल दिया, लेकिन ये कहते हैं कि उन्हें वाणी की स्वतंत्रता का अधिकार है। शाह ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए प्रधानमंत्री CAA लेकर आएं। इस पर केजरीवाल बोलते हैं कि भाजपा को पाकिस्तानियों की चिंता है। जब से विभाजन हुआ है तब से दिल्ली में लाखों शरणार्थी आए हैं, वो लोग हमारे हैं। हमारे भाई-बहन हैं। उनकों आप पाकिस्तानी कहते हो, शर्म आनी चाहिए।
डर था कि मोदी सरकार से जुड़ जाएगा गरीब
केजरीवाल पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि राजनीति करने वाले तो बहुत देखे हैं, मगर इतनी ओछी और नीची राजनीति करने वाला मुख्यमंत्री मैंने अपने जीवन में नहीं देखा। दिल्ली के करोड़ों गरीबों को 5 लाख की योजना से उन्होंने अलग-थलग कर दिया।
अमित शाह ने कहा कि मैं केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि दिल्ली के गरीबों का क्या दोष था कि आपने जो 5 लाख रुपये की सहायता प्रधानमंत्री उनको देना चाहते थे, उसे उनसे छीन लिया। शाह ने कहा कि उनके मन में भय था कि अगर किसी गरीब का फ्री ऑपरेशन हो जाएगा तो दिल्ली का गरीब मोदी सरकार के साथ जुड़ जाएगा।