Edited By Seema Sharma,Updated: 01 May, 2019 10:51 AM
लोकसभा चुनाव के शुरुआती चार चरणों में पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान हुई हिंसा को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है। पश्चिम बंगाल में पांचवें चरण के लिए 6 मई को मतदान होगा और अब पोलिंग बूथ के अंदर सिर्फ केंद्रीय बलों की तैनाती होगी।
कोलकाताः लोकसभा चुनाव के शुरुआती चार चरणों में पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान हुई हिंसा को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है। पश्चिम बंगाल में पांचवें चरण के लिए 6 मई को मतदान होगा और अब पोलिंग बूथ के अंदर सिर्फ केंद्रीय बलों की तैनाती होगी। राज्य की पुलिस को पोलिंग बूथ के अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी यानि उनकी तैनाती बाहर ही होगी। पिछले चरणों में पश्चिम बंगाल में काफी हिंसा हुई थी इस दौरान एक वोटर की मौत की खबर भी आई थी।
चौथे चरण में भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो पर हुए हमले के बाद भाजपा ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी और मांग की कि राज्य पुलिस को हटाकर पुलिंग बूथ के अंदर केंद्रीय बलों को तैनात किया जाए। भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा था कि इससे चुनाव प्रभावित हो रहे हैं। इस शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए पांचवें चरण के मतदान में सौ फीसदी केंद्रीय सुरक्षा बलों के इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
राज्य पुलिस को पोलिंग बूथ के अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। उनकी तैनाती बूथों के आसपास रहेगी। चौथे चरण में टीएमसी कार्यकर्त्ताओं ने बाबुल सुप्रियो की कार के शीशे तोड़े दिए थे। वहीं आसनसोल में टीएमसी-भाजपा कार्यकर्त्ताओं में झड़प हुई थी जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा था। हालांकि इस हिंसा के बाद भी बंगाल में बंपर मतदान हुआ था। लोग वोटिंग करने से पीछे नहीं हटे।