Edited By vasudha,Updated: 15 Oct, 2020 04:22 PM
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के करीब 14 महीने की नजरबंदी से मुक्त होने के साथ ही घाटी में अनुच्छेद 370 का मुद्दा गरमा गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू...
नेशनल डेस्क: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के करीब 14 महीने की नजरबंदी से मुक्त होने के साथ ही घाटी में अनुच्छेद 370 का मुद्दा गरमा गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे के संबंध में ‘गुपकार घोषणा' पर भविष्य की कार्रवाई का खाका तैयार करने के लिए आज अपने आवास पर बैठक बुलाई है।
इस बैठक में महबूबा मुफ्ती भी मौजूद हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि मेरे पिता और मैंने महबूबा मुफ्ती साहिबा से मिलकर रिहाई के बाद उनका हालचाल पूछा। उन्होंने कहा कि पीडीपी नेता ने ‘गुपकार घोषणा' पर हस्ताक्षर करने वालों ने बैठक में शामिल होने का न्योता स्वीकार कर लिया है।
गुपकार घोषणा नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष के गुपकार स्थित आवास पर चार अगस्त, 2019 को हुई एक सर्वदलीय बैठक के बाद जारी प्रस्ताव है। इसमें कहा गया था कि पार्टियों ने सर्व-सम्मति से फैसला किया है कि जम्मू कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे को संरक्षित करने के लिए वे मिलकर प्रयास करेंगी।