Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Oct, 2017 09:53 PM
दिल्ली में तेज हवाएं चलने से प्रदूषक गायब होने में मदद मिली और इस कारण हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ। दिवाली की रात आतिशबाजी के कारण प्रदूषक बढ़ गए थे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रिकॉर्ड की और सूचकांक...
नई दिल्ली: दिल्ली में तेज हवाएं चलने से प्रदूषक गायब होने में मदद मिली और इस कारण हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ। दिवाली की रात आतिशबाजी के कारण प्रदूषक बढ़ गए थे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रिकॉर्ड की और सूचकांक में यह 319 अंक था।
पड़ोसी गुडग़ांव में स्थिति बेहतर है जहां हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ की श्रेणी में रखा गया है। नोएडा और गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में रखी गई है। सीपीसीबी की वायु गुणवत्ता जांच प्रयोगशाला के प्रमुख दीपांकर साहा ने कहा कि हवा की गति 12 किलोमीट प्रति घंटा थी जिससे प्रदूषक कण गायब हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल की खाड़ी से उठे विक्षोभ के कमजोर पडऩे और इसके धीरे-धीरे असम की ओर से बढऩे से हवा के गुजरने का मार्ग तैयार हुआ। तेज हवाओं ने प्रदूषक को काफी हद तक साफ कर दिया है।’’ दिवाली के एक दिन बाद 20 अक्तूबर को हवा की गुणवत्ता को 2017 में पहली बार ‘खतरनाक’ की श्रेणी में रखा गया। इसके बाद से स्थिति में सुधार हुआ है।