Edited By Tanuja,Updated: 01 Feb, 2020 11:20 AM
कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले रखा है। इसका खौफ लोगों के दिलों दिमाग में छाया हुआ है...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले रखा है। इसका खौफ लोगों के दिलों दिमाग में छाया हुआ है। इसके डर के कारण इटली में गुरुवार को लगभग 7 हजार पर्यटकों को ले जा रहे एक जहाज में अफरा-तफरी मच गई। जहाज में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आने पर उसे रोक दिया गया जिस कराण करीब 7 हजार लोग इमसें फंस गए । यह जहाज कब आगे बढ़ेगा इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है।
बताया जा रहा है कि क्रूज शिप में मौजूद चीन के एक कपल की अचानक तबीयत खराब हो गई, उन्होंने बताया कि वे दोनों सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं। उसके बाद दोनों की जांच के लिए क्रूज शिप को इटली में रोक दिया गया। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि सिवितावेकिया में कोस्टा क्रोसिएरे नाम के जहाज पर बुखार से पीड़ित एक महिला को देखने के लिए तीन डॉक्टर और एक नर्स को भेजा गया। जिसके बाद चीनी जोड़े के नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया। कोस्टा क्रोसिएरे जहाज में करीब 7 हजार के करीब लोग सवार थे। मकाउ की एक 54 वर्षीय महिला को अलग जगह रखा गया है।
बता दें कि चीन में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 213 तक पहुंच गई है जिसको देखते हुए भारत सरकार ने वुहान से भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट कर स्वदेश लाने के एयर इंडिया का प्लेन रवाना कर दिया है। सरकार की योजना है कि दो प्लेन के जरिए वुहान में फंसे भारतीयों को निकाला जाएगा। भारत लाने के बाद इन्हें करीब 28 दिनों तक आइसोलेशन (संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उन्हें एकांत और सुरक्षित जगह) में रखा जाएगा। आमतौर पर संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रभावित लोगों को 14 दिन तक अलग रखा जाता है। लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में ज्यादा गंभीरता बरती जा रही है इसलिए अलग रखने की अवधि दोगुनी कर दी गई है।