Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Sep, 2024 10:37 AM
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भविष्य के लिए एक अच्छा और भरोसेमंद निवेश है। जो सरकारी गारंटी के कारण निवेशकों के बीच काफी भरोसेमंद माना जाता है। यदि आप भी PPF में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। वित्त मंत्रालय ने 21 अगस्त 2024 को PPF...
नेशनल डेस्क: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भविष्य के लिए एक अच्छा और भरोसेमंद निवेश है। जो सरकारी गारंटी के कारण निवेशकों के बीच काफी भरोसेमंद माना जाता है। यदि आप भी PPF में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। वित्त मंत्रालय ने 21 अगस्त 2024 को PPF खातों के कुछ नियमों में बदलाव की घोषणा की है, जो 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगे। इन बदलावों से नाबालिगों, एक से अधिक खाते रखने वालों और NRI निवेशकों के खातों पर असर पड़ेगा।
नए पीपीएफ नियम 2024 के मुख्य बिंदु
नाबालिगों के लिए नया नियम: नाबालिगों के PPF खातों पर अब पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट के बराबर ब्याज तब तक मिलेगा, जब तक नाबालिग की उम्र 18 साल नहीं हो जाती। इसके बाद, उन्हें PPF की पूरी ब्याज दर प्राप्त होगी। इस खाते की परिपक्वता की तारीख वह होगी, जब खाता धारक 18 साल का हो जाएगा।
एक से अधिक खाते रखने वालों के लिए नियम:
यदि किसी निवेशक के पास एक से अधिक PPF खाते हैं, तो केवल उनके प्राइमरी अकाउंट पर ही स्कीम के तहत निर्धारित ब्याज दर लागू होगी। दूसरा खाता बंद कर उसकी राशि प्राइमरी अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी। अगर कोई प्राइमरी और सेकंडरी अकाउंट के अलावा अतिरिक्त खाते भी चलाता है, तो उन पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
NRI निवेशकों के लिए नियम:
NRI निवेशकों के लिए लागू नए नियम के तहत, 1968 के PPF खातों में उन निवेशकों को ब्याज दर 30 सितंबर 2024 तक दी जाएगी, जिन्होंने फॉर्म एच में अपने निवास स्थान की पूरी जानकारी नहीं दी थी और जो अब एनआरआई बन चुके हैं। इस तारीख के बाद, इन खातों पर किसी तरह का ब्याज नहीं दिया जाएगा।
PPF क्या है?
PPF, या पब्लिक प्रोविडेंट फंड, भारत की सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद बचत योजनाओं में से एक है। इसे वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा योजना (SCSS), सुकन्या समृद्धि योजना, और राष्ट्रीय बचत सर्टिफिकेट (NSC) के साथ पेश किया गया था। PPF में वर्तमान में 7.1% तक का ब्याज मिलता है, और निवेश की शुरुआत केवल 500 रुपये से की जा सकती है। इन नए नियमों के तहत, PPF निवेशकों को अपने खातों की समीक्षा करने और आवश्यकतानुसार बदलाव करने की सलाह दी जाती है।