Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Feb, 2018 11:45 PM
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को सीआईआई कार्यक्रम में युवा भारतीयों को संबोधित किया। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि भारत 2022 में दुनिया की सबसे बड़ा श्रमशक्ति वाला देश होगा। उस वक्त दुनिया में कहीं और काम करने वालों की कमी होगी। देश की...
नेशनल डेस्क: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को सीआईआई कार्यक्रम में युवा भारतीयों को संबोधित किया। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि भारत 2022 में दुनिया की सबसे बड़ा श्रमशक्ति वाला देश होगा। उस वक्त दुनिया में कहीं और काम करने वालों की कमी होगी। देश की जनसंख्या को लाभ होगा।
मुखर्जी ने कहा कि आने वाले सालों में कुशल युवा कामगारों की संख्या में भारत सबसे ज्यादा नेतृत्व करने वाला देश रहा है। देश को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 500 मिलियन कुशल कारीगरों के निर्माण कार्यक्रम में लग जाना चाहिए। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति युवा भारतीयों के कायक्रम भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) को संबोधित करने पहुंचे थे।
उन्होंने 2013-17 के आंकड़ों पर बोलते हुए कहा कि भारत में देश का 71 फीसदी धन 24 फीसदी लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता था। आपको इसे बदलना है और ये आप ही कर सकते हैं। ये जिम्मेदारी आपके ऊपर है मेरे पर नहीं। भारत की विविधिता के बारे में बताते हुए कहा कि भारत तीन प्रमुख जातीय समूहों वाला देश है। जिनमें कोकेशियन, द्रविड़ियन और मंगोलअम मुख्य हैं। यहां पर 160 भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं। दैनिक जीवन में रिवाजों और प्रथाओं का देश है।
मुखर्जी ने कहा, भारत एक ही संविधान और उसी व्यवस्था एक ही रहा और संचालन किया है। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने आठ महीने पहले राष्ट्रपति भवन छोड़ दिया था।