Edited By Seema Sharma,Updated: 12 Nov, 2020 03:54 PM
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने गुरुवार को कहा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford university) और दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका (Pharmaceutical company AstraZeneca) द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड'' (Covishield) के भारत में अंतिम...
नेशनल डेस्क: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने गुरुवार को कहा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford university) और दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका (Pharmaceutical company AstraZeneca) द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड' (Covishield) के भारत में अंतिम चरण के मानव परीक्षण के लिए वालंटियर की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई है। ICMR ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि भारत में कोविशील्ड के मानव परीक्षण के लिए उसने पुणे स्थित वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत ICMR ने मानव परीक्षण के लिए चयनित साइट का शुल्क दिया है जबकि अन्य व्यय का वहन SII कर रहा है। पूरे देश में इस वक्त ICMR और SII मिलकर 15 विभिन्न जगहों पर Covishield के दूसरे और तीसरे चरण का मानव परीक्षण कर रहे हैं।
तीसरे चरण के परीक्षण के लिए 31 अक्तूबर को 1,600 वालंटियर की भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो गई थी। इस वैक्सीन के लिए ब्रिटेन, ब्राजील, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका में भी अंतिम चरण के परीक्षण का कार्य जारी है। ICMR का कहना है कि इस वैक्सीन के अंतिम चरण के परीक्षण के परिणाम के आधार पर उसके सहयोग से SII इसे भारत में जल्द उपलब्ध कराएगा। SII ने अब तक इस वैक्सीन की चार करोड़ खुराक भी तैयार कर ली है। ICMR ने बताया कि इसके अलावा अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स की कोरोना वैक्सीन ‘कोवावैक्स' के लिए भी उसने SII के साथ हाथ मिलाया है। इस वैक्सीन के अंतिम चरण का मानव परीक्षण ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में जारी है और जल्द ही इसे अमेरिका में शुरु कर दिया जाएगा।