Edited By Tanuja,Updated: 08 Apr, 2020 12:47 PM
कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे ब्राजील व अमेरिका के राष्ट्रपति बोल्सानारो ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। ब्राजील के राष्ट्रपति ने...
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे ब्राजील व अमेरिका के राष्ट्रपति बोल्सानारो ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहे ब्राजील ने एक खास दवा मिलने के बाद भारत की जमकर तारीफ की है। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात को मंजूरी देने के भारत के फैसले को ब्राजील के लिए जीवनदायी बताया है। बोल्सोनारो ने कहा है कि भारत द्वारा इस दवा के निर्यात को मंजूरी देना वैसा ही जैसे लक्ष्मण की जिंदगी बचाने के लिए भगवान हनुमान संजीवनी बूटी लेकर पहुंच गए थे।
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत से इस दवा की मांग की थी। ब्राजील के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान हनुमान से की और भेजी गई दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को संजीवनी बूटी बताया है। ब्राजील के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को हनुमान बताते हुए कोरोनाके इलाज के लिए भारत से भेजी गई मलेरिया की दवा ‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन’ को संजीवनी बूटी बताया है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन मिलने के बाद प्रधानमंत्री को 'महान' कहा है।
बता दें कि अब तक 30 देशों ने भारत सरकार से इन दवाओं की मांग कर चुके हैं। पिछले शनिवार भारत सरकार ने इसके निर्यात को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। बता दें कि शुरुआत में ब्राजील के राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस के संक्रमण को सामान्य फ्लू बताया था। उन्होंने स्वयं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन कर ब्राजीलिया में बाहर निकल अपने समर्थकों से मुलाकात की और अर्थव्यवस्था को गति देने की अपील की। सोशल मीडिया के ट्विटर प्लेटफार्म पर भी उन्होंने कई विवादित पोस्ट किए जो बाद में हटा लिया गया था।
देश के विभिन्न प्रांतों के गवर्नर और शहरों के मेयर द्वारा घोषित क्वारंटाइन पर सवाल खड़ा किया। राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने कहा, 'यदि इसी तरह चलता रहा तो इससे बेरोजगारी बढ़ेगी और आने वाले समय में कई और मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। ब्राजील रुक नहीं सकता। अगर ऐसा हुआ तो हम वेनेजुएला बन जाएंगे।' एक अन्य पोस्ट में कहा, 'कुछ लोग चाहते हैं कि मैं भी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर में रहूं। लेकिन यह जीवन है। एक दिन सबको मर जाना है।'