Edited By vasudha,Updated: 25 May, 2019 02:54 PM
कैबिनेट की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा भंग कर दी है। चुनाव आयोग ने भी राष्ट्रपति को नई प्रत्याशियों की लिस्ट सौंप दी है। दरअसल केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश कर दी। इसके साथ...
नेशनल डेस्क: कैबिनेट की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा भंग कर दी है। दरअसल केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश कर दी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया ।
राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नयी सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है। इससे पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की गई। बता दें कि 16वीं लोकसभा की पहली बैठक 4 जून 2014 को बुलाई गई थी तब सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद की यह बैठक लोकसभा चुनाव की मतगणना होने के एक दिन बाद हुई । इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी : भाजपा : नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जबर्दस्त जीत हासिल हुई है।
वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने भी राष्ट्रपति को सत्रहवीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सौंप दी है। अरोड़ा ने अपराह्न साढ़े बारह बजे कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की और उन्हें सत्रहवीं लोकसभा के सदस्यों के चुने जाने संबंधी अधिसूचना की प्रति भेंट की। उनके साथ चुनाव आयुक्त सर्वश्री अशोक लवासा और सुशील चन्द्र भी थे। कोविंद ने अरोड़ा को देश में सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न होने पर बधाई दी।
राष्ट्रपति ने आयोग के सदस्यों अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा सुरक्षाकर्मियों की भी तारीफ की जिनके प्रयासों और मुस्तैदी से विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में शांतिपूर्ण निष्पक्ष ढंग से चुनाव संपन्न हो सका। राष्ट्रपति ने देश के करोड़ों मतदाताओं को भी बधाई दी जिन्होंने चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और संविधान तथा लोकतान्त्रिक परम्पराओं को बनाये रखा। इससे पहले राष्ट्रपति ने सोलहवीं लोकसभा को भंग करने की मत्रिमंडल की सिफारिश मंजूर कर दी और इस तरह सोलहवीं लोकसभा आज भंग कर दी गयी।