Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Aug, 2018 10:39 AM
असम के राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) का ड्राफ्ट जारी होने के बाद जहां वहां के लोगों में खलबली मची हुई है वहीं राजनीतिक गलियारे में भी इसको लेकर हलचल है। वहीं इस लिस्ट में भारत के पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवारजनों का नाम भी शामिल...
नई दिल्ली: असम के राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) का ड्राफ्ट जारी होने के बाद जहां वहां के लोगों में खलबली मची हुई है वहीं राजनीतिक गलियारे में भी इसको लेकर हलचल है। वहीं इस लिस्ट में भारत के पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के परिवारजनों का नाम भी शामिल नहीं है। बताया जा रहा है कि उनके बड़े भाई एकरामुद्दीन अहमद के परिवार का नाम भी इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं। पूर्व राष्ट्रपति के भतीजे ने कहा कि वे अभी अपने पूरे दस्तावेज़ पेश करेंगे। वहीं असम के दक्षिण अभयपुरी से भाजपा विधायक अनंत कुमार मालो का भी इस लिस्ट में नाम शामिल नहीं है।
दूसरी तरफ लिस्ट में जहां यूनाइटेड लिब्रेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के प्रमुख परेश बरूआ का नाम है लेकिन उनकी पत्नी बॉबी भुयान और दो बेटों अरिंदम और आकाश के नाम शामिल नहीं है। उल्लेखनीय है कि जिन 40 लाख से अधिक लोगों के नाम लिस्ट में शामिल नहीं हैं उनके भविष्य को लेकर सड़क से लेकर संसद तक बहस चल रही है। हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह कह चुके हैं कि यह फाइनल ड्राफ्ट नहीं है, जिन लोगों का नाम लिस्ट में शामिल नहीं है वे अपने दस्तावेज देकर इसमें अपना नाम जुड़वा सकते हैं। मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा दोोनं सदनों में इस मुद्दे पर कापी हंगामा हुआ।