Edited By Yaspal,Updated: 14 Sep, 2019 09:03 PM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से महज कुछ दिनों पहले शनिवार को यहां उनकी आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया और उम्मीद जतायी कि उनकी विरासत मानवजाति को जलवायु परिवर्तन से निपटने एवं...
विल्लेनुवीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से महज कुछ दिनों पहले शनिवार को यहां उनकी आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया और उम्मीद जतायी कि उनकी विरासत मानवजाति को जलवायु परिवर्तन से निपटने एवं पारिस्थितिकी का संरक्षण करने की प्रेरणा देगी। कोविंद ने यहां एक विशेष कार्यक्रम में गांधीजी की धरोहर को संजोने और उनके नाम पर एक चौराहे का नाम रखने पर विल्लेनुवी समुदाय को धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘‘गांधी जी ने साबरमती नदी के तट पर भारत में अपना पहला आश्रम बनाया। आज हमने उन्हें जिनेवा झील के तट पर ला दिया है। आपने उन्हें प्रकृति के समीप विशेष स्थान दिया और उन्हें अपने हृदय के समीप रखा। यह उस व्यक्ति के लिए उपयुक्त श्रद्धांजलि है जो प्रकृति से प्यार करता था और उसकी इतनी देखभाल करता था।'' उन्होंने ने कहा कि उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ उनकी धरोहर हमें जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने और पारिस्थितिकी का संरक्षण करने के लिए मिलकर काम करने की प्रेरणा देगी।''
राष्ट्रपति ने विल्लेनुवी के साथ गांधी के विशेष संबंध का जिक्र करते हुए कहा कि वह नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता रोमैन रॉलैंड के निमंत्रण पर 1931 में यहां आये थे। कोविंद ने कहा, ‘‘हम दोनों देश विविधता के प्रति गहरा सम्मान रखने वाले हैं, ऐसे में महात्मा गांधी सभी के लिए शांति एवं खुशहाली लाने की हमारी साझी यात्रा में हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।'' राष्ट्रपति ने याद किया कि पिछले साल दोनों देशों ने 1948 में हुए भारत-स्विट्जरलैंड मित्रता समझौते की 70वीं वर्षगांठ मनायी। कोविंद बृहस्पतिवार को स्विट्जरलैंड पहुंचे। वह आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की नौ दिवसीय यात्रा पर हैं।