Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 11:32 AM
अब सभी की निगाहें 17 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव पर जा टिकी हैं। इसके तहत एसोसिएशन फॉर डैमोक्रेटिक रिफॉर्म (ए.डी.आर.) ने वोटिंग में हिस्सा लेने जा रहे दोनों सदनों के सांसदों और देश के राज्यों की विधानसभा के...
नई दिल्ली: अब सभी की निगाहें 17 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव पर जा टिकी हैं। इसके तहत एसोसिएशन फॉर डैमोक्रेटिक रिफॉर्म (ए.डी.आर.) ने वोटिंग में हिस्सा लेने जा रहे दोनों सदनों के सांसदों और देश के राज्यों की विधानसभा के सदस्यों द्वारा दाखिल हलफनामों का अध्ययन किया। संस्था ने कुल 4896 में से 4852 हलफनामों का अध्ययन किया। इसके आधार पर हम आपको वोटिंग में हिस्सा लेने जा रहे सांसदों व विधायकों की आपराधिक, वित्तीय स्थिति के अलावा वोटरों में महिलाओं की भागीदारी व बाकी दूसरे उन महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताएंगे जिनकी जानकारी संभवत: आपको नहीं होगी। चलिए तमाम जानकारियों को ध्यान से पढि़ए।
इलैक्टोरल कॉलेज की स्थिति एवं वोट
सदन |
सीट |
वोट |
लोकसभा |
543 |
3,84,444 |
राज्यसभा |
233 |
1,64,964 |
कुल विधायक |
4120 |
1,64,964 |
क्या है इलैक्टोरल कॉलेज?
उपराष्ट्रपति को जहां लोकसभा और राज्यसभा के इलैक्टेड एम.पी. चुनते हैं, वहीं राष्ट्रपति को इलैक्टोरल कॉलेज चुनता है। इसमें लोकसभा, राज्यसभा और अलग-अलग राज्यों के विधायक होते हैं। भारत में राष्ट्रपति का चुनाव यही इलैक्टोरल कॉलेज करता है।