Edited By Seema Sharma,Updated: 15 Jun, 2022 12:53 PM
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुधवार को बुलाई गई संयुक्त बैठक से पहले विपक्षी दल की एकता को झटका लगा है। दरअसल ममता बनर्जी द्वारा दिल्ली में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP) शामिल नहीं...
नेशनल डेस्क: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुधवार को बुलाई गई संयुक्त बैठक से पहले विपक्षी दल की एकता को झटका लगा है। दरअसल ममता बनर्जी द्वारा दिल्ली में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP) शामिल नहीं होगी। सूत्रों के मुताबिक AAP के अलावा तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) भी ममता बनर्जी की बैठक में भाग नहीं लेगी। आम आदमी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही पार्टी इस मुद्दे पर विचार करेगी।
राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने 15 जून को एक बैठक बुलाई है और इसे लेकर पिछले हफ्ते उन्होंने विपक्षी दलों के 22 नेताओं और मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा था। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में कांग्रेस के शामिल होने की संभावना है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला इस बैठक में पार्टी की ओर से शामिल हो सकते हैं।
ममता ने जिन 22 नेताओं को पत्र लिखा है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी शामिल हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने कहा कि वे अपने सांसदों को 15 जून को होने वाली विपक्ष की बैठक में भेजेंगे लेकिन बैठक में शीर्ष नेतृत्व शामिल नहीं होगा। बता दें कि विपक्ष ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए शरद पवार के नाम पर विचार किया था लेकिन राकांपा प्रमुख ने इससे इंकार कर दिया।