Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 May, 2019 01:06 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यद्यपि अपना हर कार्य 8 या 5 अंक वाले संयोग पर ही शुरू करते आ रहे थे परंतु इस बार विवशताओं के कारण शपथ ग्रहण समारोह 26 मई को नहीं किया जा सका। 23 मई को लोकसभा के चुनावी नतीजे घोषित हुए थे जिसका
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
जालंधर (धवन): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यद्यपि अपना हर कार्य 8 या 5 अंक वाले संयोग पर ही शुरू करते आ रहे थे परंतु इस बार विवशताओं के कारण शपथ ग्रहण समारोह 26 मई को नहीं किया जा सका। 23 मई को लोकसभा के चुनावी नतीजे घोषित हुए थे जिसका जोड़ 5 अंक बनता है जिस कारण यह दिन भाजपा व मोदी के पक्ष में गया। चंडीगढ़ के ज्योतिषी मदन गुप्ता सपाटू ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आज गोधूलि मुहूर्त जो कि शाम 7.25 बजे तक रहा, में शपथ ग्रहण की गई। 8 अंक वाले वृश्चिक लग्न का उदय शाम 6 बजे से लेकर 8.20 बजे तक रहा जिसमें उन्होंने औपचारिक तौर पर शपथ ली। वृश्चिक लग्न प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपना लग्न भी है तथा वर्तमान में वृश्चिक राशि में वक्री अवस्था में गुरु विराजमान है। एक आयुष्मान योग और अपरा एकादशी वाले दिन शपथ ली गई।
PM MODI के शपथ ग्रहण के लिए 30 मई को ही क्यों चुना गया ? (VIDEO)
मदन गुप्ता सपाटू जिन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा को 300 से अधिक सीटें मिलने की पहले ही भविष्यवाणी की थी, ने कहा कि इस समय वृश्चिक लग्न के दूसरे भाव में शनि और केतु तथा उसके ठीक सामने अष्टम भाव में राहु व मंगल गोचर में संचार कर रहे हैं। गंडमूल रेवती नक्षत्र में शपथ ग्रहण होने से केन्द्र सरकार के सामने बहुत सारी चैलेंजिंग परिस्थितियां पैदा होंगी। यद्यपि मोदी व भारत को चंद्रमा की दशा चल रही है, इसलिए कई नई योजनाएं बनेंगी परन्तु फिर भी मोदी की दूसरी पारी में भाजपा के पास 303 का आंकड़ा व सहयोगी दलों की अधिक संख्या होने के बावजूद सरकार वह करिश्मा नहीं दिखा सकेगी, जो उसने 2014 से 2019 के मध्य कर दिखाया था। जनता की अपेक्षाएं बढ़ेंगी, जिन्हें पूरा कर पाना केन्द्र सरकार के लिए कठिन होगा।
शपथ ग्रहण का मुहूर्त उतना अच्छा नहीं है अत: परिणाम भी उतने अच्छे नहीं होंगे। इस कार्यकाल में उन्हें विरोधी दलों के अलावा अपनी पार्टी के लोगों से भी काफी तरह के विरोधों का सामना करना पड़ेगा।