Edited By ,Updated: 03 Sep, 2016 12:04 PM
भारत और वियतनाम के बीच 12 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वियतनाम के दौरे पर हैं । शनिवार को वियतनाम...
हनोई: भारत और वियतनाम के बीच 12 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वियतनाम के दौरे पर हैं । शनिवार को वियतनाम के प्रधानमंत्री के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए ।
वियतनाम में PM मोदी का हुआ भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां भव्य राष्ट्रपति भवन के सामने आज सुबह औपचारिक स्वागत किया गया। पिछले 15 वर्षों में इस कम्युनिस्ट देश की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांत ने किया । मोदी वियतनाम की एक दिवसीय यात्रा पर कल रात यहां पहुंचे थे। वह जी-20 वार्ताओं में शामिल होने के लिए आज शाम चीन रवाना हो जाएंगे। पी.एम मोदी ने वियतनाम युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने शहीदों के स्मारक पर पुष्प अर्जित किए। चीन से पहले वियतनाम की इस यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है। अपनी यात्रा से पहले पी.एम मोदी ने कहा था कि आज भारत वियतनाम से रिश्तों को प्राथमिकता देता है । चीन के लिए ये कूटनीतिक इशारा है, जो दक्षिण सागर में लगातार मनमानी कर रहा है।
12 समझौतों पर लगी मुहर
भारत और वियतनाम ने अपने सामरिक संबंधों को और मजबूत बनाने का संकेत देते हुए रक्षा, आईटी, अंतरिक्ष, दोहरे कराधान से बचाव और मालवाहक पोतों संबंधी वाणिज्यिक नौवहन सूचना साझा करने समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 12 समझौतों पर आज हस्ताक्षर किए। वियतनाम ने हवाई एवं रक्षा संबंधी उत्पादन में गहरी रुचि दिखाई है। भारत की एल एंड टी वियतनाम के तटरक्षक बल के लिए उच्च गति वाली अपतटीय गश्ती नौकाओं का निर्माण करेगी। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा मामलों में सहयोग के कार्यक्रम संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
भारतीय नौसेना एवं वियतनाम की नौसेना मालवाहक पोतों संबंधी वाणिज्यिक नौवहन (व्हाइट शिपिंग) सूचना के आदान प्रदान में सहयोग करेंगी। इस दौरान जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, उनमें शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए अंतरिक्ष के उपयोग एवं खोज संबंधी समझौते, स्वास्थ्य सहयोग, आईटी सहयोग, साइबर सुरक्षा, दोहरे कराधान से बचाव संबंधी समझौते और भारत में नौका निर्माण, डिजाइन, यंत्र आपूर्ति एवं तकनीक हस्तांतरण संबंधी समझौते शामिल हैं।
इसके अलावा वियतनामीज अकेडमी ऑफ सोशल साइंसेस और विश्व मामलों की भारतीय परिषद के बीच एक समझौता पत्र, मानकों की आपसी मान्यता के लिए बीआईएस और एसटीएएमईक्यू के बीच समझौता पत्र, उन्नत आईटी प्रशिक्षण के लिए स्थायी आईटी बुनियादी सुविधाओं की स्थापना संबंधी समझौते और वर्ष 2017 को ‘मित्रता वर्ष’ के तौर पर मनाने के लिए भारत एवं वियतनाम के बीच प्रोटोकॉल पर भी हस्ताक्षर किए गए।