Edited By Yaspal,Updated: 17 Nov, 2018 07:09 PM
भारतीय निर्वाचन आयोग ने चुनाव से पहले सभी पार्टियों को बड़ा झटका दिया है। आयोग ने चुनाव के दौरान उम्मीदवार के एक सिंगल कैश ट्रांजेक्शन के जरिए...
नेशनल डेस्कः भारतीय निर्वाचन आयोग ने चुनाव से पहले सभी पार्टियों को बड़ा झटका दिया है। आयोग ने चुनाव के दौरान उम्मीदवार के एक सिंगल कैश ट्रांजेक्शन के जरिए होने वाले चुनावी खर्च/चंदे की रकम को आधा कर दिया है। अब सभी राज्यों के उम्मीदवार 20 हजार के बजाय 10 हजार की सिंगल ट्रांजेक्शन कर पाएंगे।
क्या है चुनाव आयोग का नया फरमान
पिछले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को चुनावी खर्च में 28 लाख रुपए खर्च करने की सीमा को चुनाव आयोग ने तय की थी। इस साल भी चुनावी खर्ज को यथावत रखा गया है। गौरतलब है कि पिछले 5 साल में महंगाई दर 22 फीसदी तक बढ़ गई हैं। पेट्रोल-डीजल से लेकर नमकीन, मिठाई, समोसे के दाम बढ़े हैं।
चुनावी खर्च को लेकर क्या है पार्टियों की राय
चुनावों में राजनीतिक दलों और प्रत्याशी के खर्च पर चुनाव आयोग की नजर है। होटल बिल के साथ ही क्षेत्रीय दौरों के खर्च ने नेताओं की नींद उड़ा दी है, क्योंकि सीमा से ज्यादा खर्च प्रत्याशियों को अयोग्य कर सकता है। चुनावी खर्च को लेकर पार्टियों की अलग-अलग राय है। कांग्रेस का कहना है कि प्रचार-प्रसार के साधन काफी महंगे हो गए हैं। सोशल मीडिया के साथ ही डिजिटल मीडिया पर प्रचार करने के लिए काफी खर्च करन होता है।