Edited By Yaspal,Updated: 05 Nov, 2018 12:25 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को प्रोत्साहन देने के लिए उनके द्वारा घोषित किए गए...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को प्रोत्साहन देने के लिए उनके द्वारा घोषित किए गए उपायों से यह उद्योग क्षेत्र मजबूत होगा। मोदी ने कहा कि बड़े बाजार और बेहतर अवसर, छोटे एवं मझोले उद्योगों के लिए एक ‘हर हाल में लाभ’ की स्थिति होगी। शुक्रवार को मोदी ने एमएसएमई क्षेत्र के लिए कई कदम उठाने की घोषणा की थी। इनमें छोटे और मझोले उद्योगों को एक करोड़ रुपये तक के ऋण की एक घंटे में मंजूरी देना शामिल है। यह ऋण एक विशेष पोर्टल से दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि एमएसएमई क्षेत्र देश में रोजगार देने वाला दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है।
एक ट्विटर उपयोक्ता को जवाब देते हुए मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘हां इससे एमएसएमई क्षेत्र मजबूत होगा।’’ उपयोक्ता ने सरकार के इन कदमों की तारीफ की थी। सरकार ने एमएसएमई को प्रोत्साहन देने के लिए कई उपाय किए हैं। इसमें अब सभी लोक उपक्रमों को उनकी वार्षिक खरीद का 25 प्रतिशत इस क्षेत्र से लेना होगा जो पहले 20 प्रतिशत था। इतना ही नहीं उन्हें अपनी इस खरीद का तीन प्रतिशत महिलाओं द्वारा चलाए जाने वाले छोटे या मझोले उद्योग से लेना होगा। केंद्र सरकार के सभी लोक उपक्रमों को सरकार के ई-मार्केटप्लस (जेम) की सदस्यता लेनी होगी। जेम पर सभी सरकारी विभाग और संगठन आम उपयोग के सामान और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद करते हैं।
एक अन्य उपयोक्ता को जवाब देते हुए मोदी ने ट्वीट में कहा कि सभी केंद्रीय लोक उपक्रमों के लिए जेम की सदस्यता अनिवार्य कर दी गई है। ताकि सभी विनिर्माताओं और व्यापारियों को समान अवसर मिल सके। उन्होंने कहा, ‘‘एमएसएमई क्षेत्र के लिए बड़ा बाजार और बेहतर अवसर हर हाल में लाभ की स्थिति है।’’ मोदी ने माल एवं सेवाकर (जीएसटी) में पंजीकृत छोटे एवं मझोले उद्योगों को एक करोड़ रुपये तक के वृद्धिशील ऋण पर दो प्रतिशत ब्याज की छूट देने की भी घोषणा की है।