Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Oct, 2020 02:48 PM
जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर में आवाजाही पर प्रतिबंध हटाने की मांग लगातार तेज हो रही है।
कठुआ : जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर में आवाजाही पर प्रतिबंध हटाने की मांग लगातार तेज हो रही है। इसी को लेकर विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने लखनपुर के मुख्य बस अड्डे से रोष मार्च निकाला। रोष मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने जम्मू कश्मीर सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए अपनी भड़ास निकाली। मुख्य अड्डे से शुरू हुआ रोष मार्च टोल प्लाजा तक गया। हालांकि पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए बेरिकेटिंग को पार कर लिया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया और उन्हें वापिस भेजा।
प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डोगरा, एडवोकेट सुशील गुप्ता, पैंथर्स जिला प्रधान राबिन शर्मा , सन्नी शर्मा ने कहा कि सरकार लोगों के साथ बेइंसाफी कर रही है। पूरे देश में कहीं भी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाओं पर आवाजाही पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है लेकिन जम्मू कश्मीर में सरकार ने पाबंधियां लगा रखी हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों का रोजगार प्रभावित हो रहा है। कठुआ में कई पंजाब के लोग आकर कामकाज करते हैं लेकिन कई हमारे कठुआ के लोग भी पठानकोट, माधोपुर, सुजानपुर सहित अन्य इलाकों में कामकाज के लिए जाते हैें लेकिन पाबंधियों के चलते उनका कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि वे मांग करते हैं कि तत्काल प्रशासन यहां लखनपुर कारिडोर को आम आवाजाही के लिए बिना किसी प्रतिबंध के खोले। नहीं तो इसके विरोध में वे लोग इससे भी बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। इस मौके पर एडवोकेट सुशील गुप्ता, इंद्रपाल सिंह, अरुण मेहता, रविंद्रपाल सिंह, परमजीत सिंह सहित अन्य भी मौजूद रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का भी लखनपुर में प्रदर्शन
कठुआ : भाजपा कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों ने भी लखनपुर में प्रदर्शन करते हुए लखनपुर कारिडोर को बिना प्रतिबंध के खोलने की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने लखनपुर टोल प्लाजा पर प्रदर्शन करते हुए प्रशासन की कार्यप्रणाली को कोसा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोग भाजपा के सदस्यों से लगातार सवाल कर रहे हैं कि लखनपुर कोरिडोर कब आम आवाजाही के लिए खुलेगा। उन्होंने कहा कि अनलाक 5 के चलते पूरे देश में कहीं पर भी इंटर स्टेट पाबंधियां नहीं हैं लेकिन जम्मू कश्मीर में पाबंधियों के चलते यहां लोगों के व्यापार, रोजगार पर असर पड़ रहा है लिहाजा प्रशासन उनकी इस मांग पर गौर करे।