Edited By shukdev,Updated: 03 Jan, 2020 12:40 AM
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में पिछले बीस दिन से चल रहा प्रदर्शन गुरुवार को एक तबके ने वापस ले लिया। इसके बावजूद स्थानीय लोग सड़क किनारे डटे रहे। विरोध प्रदर्शन वापस लेने वाले तबके ने सरिता विहार-कालिंदी कुंज मार्ग...
नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में पिछले बीस दिन से चल रहा प्रदर्शन गुरुवार को एक तबके ने वापस ले लिया। इसके बावजूद स्थानीय लोग सड़क किनारे डटे रहे। विरोध प्रदर्शन वापस लेने वाले तबके ने सरिता विहार-कालिंदी कुंज मार्ग पर घेराबंदी का कार्यक्रम वापस ले लिया और प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा किए जा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का राजनीतिकरण किया जा रहा है।
शाहीन बाग समन्वय समिति के शरजील इमाम ने एक बयान में कहा,‘हमने शाहीन बाग में सड़क घेराबंदी को वापस ले लिया ताकि पार्टी के गुंडे हिंसा न कर पाएं और पार्टियां मंच का उपयोग राजनीति के लिए न कर सकें।' उन्होंने कहा,‘संभवतः पुलिस से हस्तक्षेप न करने को कहा गया था क्योंकि भाजपा खुद हस्तक्षेप करना चाहती थी। अगर ऐसा होता है तो हमारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन बेकार हो जाएगा और इससे लोगों का मनोबल टूटेगा।'
इमाम ने कहा कि प्रदर्शनकारी हांगकांग में विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रयोग हुई नीति का प्रयोग करते हुए विरोध को अन्य शहरों में ले जाएंगे। बयान में कहा गया,‘आपसे हमारा निवेदन है कि इस मंच को किसी भी प्रकार की सहायता न दें क्योंकि अब इसे राजनीतिक पार्टियों और धन के लोभी गिरोहों द्वारा हाईजैक कर लिया गया है जिन्हें दंगों और इसके परिणाम के बारे में कोई चिंता नहीं है।'