भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की कामयाबी का एक और सितारा आसमान में सजने जा रहा है। इसरो कल यानी की 28 फरवरी को पीएसएलवी-सी51 रॉकेट से ब्राजील के सैटेलाइट Amazonia-1 और और तीन भारतीय सैटेलाइट/पेलोड लॉन्च करेगा। इस दौरान बड़ी बात यह है कि इस सैटेलाइट में श्रीमद भगवद गीता और प्रधानमंत्री नरें
नेशनल डेस्क: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की कामयाबी का एक और सितारा आसमान में सजने जा रहा है। इसरो कल यानी की 28 फरवरी को पीएसएलवी-सी51 रॉकेट से ब्राजील के सैटेलाइट Amazonia-1 और और तीन भारतीय सैटेलाइट/पेलोड लॉन्च करेगा। इस दौरान बड़ी बात यह है कि इस सैटेलाइट में श्रीमद भगवद गीता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर होगी। इसके अलावा यह सैटेलाइट 25 हजार भारतीय लोगों के नाम (खासकर पर छात्रों के) लेकर अंतरिक्ष में जाएगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने यहां एक बयान में बताया कि पीएसएलवी-सी51 पीएसएलवी का 53वां मिशन है। इस रॉकेट के जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 उपग्रह के साथ 18 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। वो पहला ऐसा सैटेलाइट है जो पृथ्वी की निगरानी करेगा। इसे ब्राजील द्वारा विकसित किया गया है। इसरो द्वारा लॉन्चिंग के बाद इसका संचालन संयुक्त रूप से चीन और ब्राजील के रिसोर्स सैटेलाइट प्रोग्राम संस्थान करेगा। इस मिशन की अवधि तीन साल तीन महीने है।

इस रॉकेट को चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा। इसको प्रक्षेपित करने का समय 28 फरवरी सुबह 10 बजकर 24 मिनट है जो मौसम की स्थिति पर निर्भर करता है। उल्टी गिनती सुबह आठ बजकर 54 मिनट पर शुरू हो गई। अमेजोनिया-1 के बारे में बयान में बताया गया कि यह उपग्रह अमेज़न क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया कराएगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनाएगा।

ये मिशन इसलिए भी खास है क्योंकि PSLV-C51 के साथ ISRO अपने PSLV रॉकेट पर देश के पहले कमर्शियल निजी रिमोट-सेंसिंग सैटेलाइट (Anand) को लॉन्च करेगा। इस मिशन में पहले कुल 20 सैटेलाइट जाने वाले थे, लेकिन इनमें से दो को कम कर दिया गया। भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप ‘पिक्सल’ ने दो दिन पहले घोषणा की थी कि “सॉफ्टवेयर संबंधी कुछ कारणों” के चलते उसका पहला उपग्रह ‘आनंद’ पीएसएलवी-सी51 रॉकेट के साथ प्रक्षेपित नहीं होगा। इसरो ने की कि उसका नैनो सेटेलाइट आईएनएस-2डीटी भी इस मिशन का हिस्सा नहीं होगा।
जेईई मेन पहले चरण की परीक्षा हुई संपन्न, 95 फीसदी उम्मदीवार हुए शामिल
NEXT STORY