Edited By Yaspal,Updated: 16 Feb, 2019 12:16 AM
अंतरर्राष्ट्रीय मानवाधिकार 18 सितंबर 2016 को उड़ी हमले के बाद गुरुवार को पुलवामा के अवंतीपुरा जिले में शहीद हुए 44 जवानों की शहादत पर शोक मना रहा है। यूएन ने कहा कि जवानों के परिवारों...
नेशनल डेस्कः अंतरर्राष्ट्रीय मानवाधिकार 18 सितंबर 2016 को उड़ी हमले के बाद गुरुवार को पुलवामा के अवंतीपुरा जिले में शहीद हुए 44 जवानों की शहादत पर शोक मना रहा है। यूएन ने कहा कि जवानों के परिवारों और प्रियजनों के दर्द और पीड़ा को वयक्त नहीं किया जा सकता है। निशब्द।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के एक फियादीन आतंकी ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया, इस काफिले में 2500 सैनिक थे, जिनमें से 44 सैनिक शहीद हो गए। सैनिकों की शहादत के बाद पूरे देश में एकस्वर में जवानों की शहादत का बदला लेने की मांग उठ रही है।