Edited By Pardeep,Updated: 19 Sep, 2018 01:32 PM
राफेल सौदे पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमले तेज करते हुए कांग्रेस इस मुद्दे को बुधवार को कैग के समक्ष उठाएगी और इस मामले की विस्तृत जांच की मांग करेगी। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि शीर्ष कांग्रेस नेता इस मुद्दे पर बुधवार को सुबह नियंत्रक एवं महालेखा...
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आज राफेल विमान सौदे को लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) राजीव मर्हिष से मुलाकात की। पार्टी ने इस सौदे में कथित तौर पर हुई ‘वित्तीय अनियमितताओं’ के संदर्भ में एक निश्चित समयसीमा के भीतर ‘विशेष एवं फोरेंसिक ऑडिट’ की मांग की।
कांग्रेस नेताओं ने कैग को सौंपे ज्ञापन में आग्रह किया कि पूरे रिकॉर्ड की छानबीन करते हुए इसका ऑडिट होना चाहिए ताकि देश की जनता को सच का पता चल सके और मोदी सरकार की जिम्मेदारी तय हो सके। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक, वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, राजीव शुक्ला और विवेक तन्खा ने कैग से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस ने फ्रांस की दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक दिन पहले कहा कि चाहे कोई कैग और सीवीसी के पास जाए या नहीं लेकिन उनका संवैधानिक कर्तव्य पूरे सौदे तथा उसके सभी दस्तावेजों की जांच करना है। बहरहाल, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि सभी जानकारियां पहले ही संसद में पेश की जा चुकी हैं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को राफेल मामले में सुनवाई 10 अक्टूबर तक टाल दी है। सुप्रीम कोर्ट में वकील और इस मामले के याचिकाकर्ता एम एल शर्मा ने पहले कोर्ट से सुनवाई टालने के लिए अनुरोध किया था कि वो स्वस्थ नहीं है लेकिन मंगलवार को सुनवाई के समय वो पहुंच गए। कोर्ट ने कहा कि जब आपने सुनवाई टालने की मांग की थी तब आज सुनवाई कैसे हो सकती है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 10 अक्टूबर के लिए टाल दी।