Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Jul, 2020 08:42 AM
चीन के साथ जारी तनाव के बीच वायुसेना के शीर्ष कमांडर पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की स्थिति पर चर्चा करेंगे। इस सप्ताह होने वाली बैठक के दौरान फ्रांस से मिलने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की तैनाती और उनके परिचालन को लेकर...
नेशनल डेस्क: चीन के साथ जारी तनाव के बीच वायुसेना के शीर्ष कमांडर पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की स्थिति पर चर्चा करेंगे। इस सप्ताह होने वाली बैठक के दौरान फ्रांस से मिलने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की तैनाती और उनके परिचालन को लेकर भी चर्चा की जाएगी क्योंकि अगले सप्ताह फ्रांस राफेल लड़ाकू विमान की डिलीवरी कर सकता है। शीर्ष कमांडर 22 जुलाई से शुरू होने वाले 2 दिवसीय कमांडरों के सम्मेलन में मिलेंगे।
सूत्रों ने बताया कि कमांडरों के लद्दाख सेक्टर में अगले महीने की शुरूआत तक करीब छह राफेल विमानों के प्रथम बेड़े को तैनात करने पर विशेष रूप से चर्चा करने की भी उम्मीद है। ये विमान भारतीय वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में जुलाई के अंत तक शामिल किए जाने वाले हैं। एक सूत्र ने कहा, ‘‘कमांडर क्षेत्र में उभरते सुरक्षा हालात की समीक्षा करेंगे और वायुसेना की लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
सम्मेलन की अध्यक्षता वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस भदौरिया करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी वायुसेना कमांडरों को संबोधित करने की उम्मीद है। वायुसेना पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पिछले कुछ हफ्तों से रात के समय में लड़ाकू हवाई गश्त कर रही है। इसका उद्देश्य संभवत: चीन को यह संदेश देना है कि वह इस पर्वतीय क्षेत्र में किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिए बखूबी तैयार है।