Edited By Utsav Singh,Updated: 11 Sep, 2024 08:35 PM
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी, बहरा, में रैगिंग का मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्र के साथ मारपीट की गई और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शुरुआत में तीन...
हिमाचल प्रदेश : हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी, बहरा, में रैगिंग का मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्र के साथ मारपीट की गई और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शुरुआत में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जबकि अब और दो स्टूडेंट्स को गिरफ्त में लिया।
क्या है पूरा मामला ?
कंडाघाट पुलिस थाने में दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, पीड़ित छात्र रजत कुमार ने बताया कि सीनियर छात्र उसे कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। एक दिन आरोपी छात्रों ने उसे हॉस्टल के कमरे में बुलाया और शराब पीने के लिए कहा। जब उसने मना कर दिया, तो उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। पीड़ित के साथ यह घटना चार दिन पहले की है, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरू की।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने करण डोगरा (19) निवासी जम्मू-कश्मीर, चिराग राणा (19) निवासी मंडी, हिमाचल प्रदेश, और दिव्यांश (19) निवासी हमीरपुर को गिरफ्तार कर लिया है। सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 115 (2) के तहत बंधक बनाने और एंटी रैगिंग कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यूनिवर्सिटी का बयान
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी इस मामले में सख्त कदम उठाए हैं। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार विनीत कुमार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई। बैठक में फैसला किया गया कि छात्र कार्तिक और सक्षम को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किया जाएगा, जबकि करण और दिव्यांश को यूनिवर्सिटी से बर्खास्त कर दिया गया है।
पुरानी रंजिश का शक
इस घटना के पीछे पुरानी रंजिश का भी शक जताया जा रहा है, क्योंकि आरोपी और पीड़ित छात्र पहले एक ही स्कूल में पढ़े थे। पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे ऐसे मामलों की तुरंत सूचना दें ताकि कार्रवाई की जा सके और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।