Edited By Utsav Singh,Updated: 06 Aug, 2024 01:44 PM
केंद्र सरकार ने मंगलवार को बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में केंद्र सरकार ने बांग्लादेश और वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रति भारत के मौजूदा रुख के बारे में जानकारी दी।
नेशनल डेस्क : केंद्र सरकार ने मंगलवार को बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में केंद्र सरकार ने बांग्लादेश और वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रति भारत के मौजूदा रुख के बारे में जानकारी दी। विपक्ष ने केंद्र सरकार के इस रुख पर अपनी सहमति जताई। बैठक के दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी सरकार से कुछ सवाल पूछे। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने इस सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार से तात्कालिक और दीर्घकालिक रणनीति के बारे में जानकारी मांगी। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या बांग्लादेश में हाल ही में हुई घटनाओं के पीछे विदेशी तत्वों का हाथ है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बैठक में सरकार का पक्ष प्रस्तुत किया। राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर करीबी नजर रखे हुए है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के एक राजनयिक ने सोशल मीडिया पर आंदोलन से संबंधित तस्वीर वाली प्रोफाइल पिक्चर लगाई थी, जिसके बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।
बैठक के दौरान सरकार ने बांग्लादेश में फैली हिंसा और विरोध प्रदर्शनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बताया गया कि शेख हसीना ने बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर हुए विरोध प्रदर्शन और हिंसा के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद, हसीना भारत आ गईं, लेकिन उन्होंने ब्रिटेन से राजनीतिक शरण की मांग की है। ब्रिटेन से शरण मिलने तक शेख हसीना भारत में ही रुकेंगी। भारत सरकार ने उनकी अंतरिम आवास की अनुमति दे दी है।
सरकार ने बैठक में बताया कि बांग्लादेश में वर्तमान में 12,000 से 13,000 भारतीय नागरिक हैं। हालांकि, स्थिति इतनी गंभीर नहीं है कि भारतीय नागरिकों को वहां से निकालना पड़े। सरकार ने बताया कि कुल 20,000 लोग बांग्लादेश में फंसे हुए थे, जिनमें से 8,000 छात्र पहले ही भारत वापस आ चुके हैं।