Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 08:24 PM
हार्दिक पटेल द्वारा अल्टीमेटम देने के बाद कांग्रेस की चुप्पी से माहौल लगातार गंभीर होता जा रहा था। लेकिन यह मौन सोमवार को टूटा और कांग्रेस और पाटीदार नेताओं के बीच बैठक हुई। हालांकि हार्दिक पटेल ने इसमें भाग नहीं लिया, लेकिन बैठक के बाद पत्रकारों से...
नेशनल डेस्क: हार्दिक पटेल द्वारा अल्टीमेटम देने के बाद कांग्रेस की चुप्पी से माहौल लगातार गंभीर होता जा रहा था। लेकिन यह मौन सोमवार को टूटा और कांग्रेस और पाटीदार नेताओं के बीच बैठक हुई। हालांकि हार्दिक पटेल ने इसमें भाग नहीं लिया, लेकिन बैठक के बाद पत्रकारों से बात की। उन्होंन कहा कि उनकी पांच में चार शर्तों पर कांग्रेस ने सहमति दिखाई है। आरक्षण को कांग्रेस ने तकनीकि मुद्दा बताया है और भरोसा दिलाया है कि वो इस पर विचार करेगी।
क्या हैं हार्दिक की पांच मांगे?
- आंदोलन के वक्त पाटीदारों के खिलाफ दर्ज राजद्रोह के केस वापस होगा।
- सत्ता में आने पर कांग्रेस सरकार द्वारा पाटीदार आंदोलन में शहीद हुए हर शख्स के परिवार को 35 लाख रुपए मिलेगा। परिवार में कोई नौकरी करने लायक हुआ तो एक शख्स को सरकारी नौकरी भी मिलेगी।
- आंदोलन में पाटीदारों पर गोली और लाठी लचाने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच समिति बनाएंगे। इसमें राज्य के काबिल और ईमानदार अफसर होंगे।
- कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो आरक्षण देने के लिए बकायदा एक समिति बनेगा और सर्वे भी होगा।
- बीजेपी ने केवल दिखावे के लिए आयोग बनाकर इसका सिर्फ नोटिफिकेशन कर दिया। कोई कानून नहीं बना। कांग्रेस की सरकार बनती है तो 600 करोड़ के इस आयोग को 2 हजार करोड़ तक ले जाएंगे। इसे संवैधानिक आधार पर लागू किया जाएगा। इसका सेंट्रल दर्जा होगा। अभी ये स्टेट का मामला होता है।
पाटीदार अहम क्यों?
पाटीदार वोटर कितने हैं -- 20 प्रतिशत
20 प्रतिशत पाटीदारों में लेउवा कितने -- 60 प्रतिशत
20 प्रतिशत पाटीदारों में कड़वा कितने -- 40 प्रतिशत
2012 में बीजेपी को कितने पाटीदार वोट मिले --0 प्रतिशत
बीजेपी के पास कितने पाटीदार विधायक -- 182 में से 44
गुजरात में क्या है कास्ट फैक्टर?
समुदाय--वोट शेयर
पाटीदार-- 20 प्रतिशत
मुस्लिम -- 09 प्रतिशत
पाटीदार+मुस्लिम -- 29 प्रतिशत
सवर्ण--20 प्रतिशत
ओबीसी--30 प्रतिशत
क्षत्रिय, हरिजन आदिवासी--21 प्रतिशत
सवर्ण+ओबीसी+केएचए--71 प्रतिशत