Edited By vasudha,Updated: 03 Sep, 2020 11:06 AM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश के मौजूदा हालात को लेकर मोदी सरकार को जिम्मेदार मानते हैं। वह ट्वीट और वीडियो का सहारा लेकर आए दिन सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। अब एक बार उन्होंने नोटबंदी के मसले पर मोदी सरकार को घेरा...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश के मौजूदा हालात को लेकर मोदी सरकार को जिम्मेदार मानते हैं। वह ट्वीट और वीडियो का सहारा लेकर आए दिन सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। अब एक बार उन्होंने नोटबंदी के मसले पर मोदी सरकार को घेरा।
राहुल गांधी ने वीरवार को अपने 4 वीडियो की सीरीज का दूसरा वीडिया जारी किया, जिसमें वह नोटबंदी को गरीबों के खिलाफ लिया गया फैसला बता रहे हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मोदी जी का ‘कैश-मुक्त’ भारत दरअसल ‘मज़दूर-किसान-छोटा व्यापारी’ मुक्त भारत है। जो पासा 8 नवंबर 2016 को फेंका गया था, उसका एक भयानक नतीजा 31 अगस्त 2020 को सामने आया।
राहुल गांधी ने आगे लिखा कि GDP में गिरावट के अलावा नोटबंदी ने देश की असंगठित अर्थव्यवस्था को कैसे तोड़ा ये जानने के लिए मेरा वीडियो देखिए। उन्होंने वीडियो में बोला कि नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब-किसान-मजदूर पर आक्रमण था। 2016 में 8 नवंबर की रात 8 बजे पीएम मोदी ने 500-1000 के नोट बंद कर दिए जिसके बाद पूरा देश बैंक के सामने जाकर खड़ा हो गया। राहुल ने पूछा कि क्या इससे काला धन मिटा? क्या लोगों को इससे फायदा हुआ? दोनों का जवाब नहीं है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नोटबंदी से सिर्फ अमीरों को फायदा मिला, आपका पैसा घरों से निकालकर उसका प्रयोग अमीर कारोबारियों का कर्ज माफ करने में किया गया। राहुल ने कहा इस फैसले का दूसरा लक्ष्य जमीन साफ करना था। असंगठित क्षेत्र जो नकदी पर चलता है, उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।