Edited By ,Updated: 19 Jun, 2016 01:59 PM
राहुल गांधी आज 46 साल के हो गए हैं। राहुल भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते हैं। राहुल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की पहली संतान हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा उनकी छोटी बहन हैं।
नई दिल्ली: राहुल गांधी आज 46 साल के हो गए हैं। राहुल भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते हैं। राहुल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की पहली संतान हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा उनकी छोटी बहन हैं। राहुल गांधी अफनी अलग रणनीति के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी राहुल ब्रिगेड के नवसिखिए युवा नेताओं को शामिल किया हुआ है। राहुल अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने दिए बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। आज आपको राहुल गांधी के बार में कुछ अलग बातें बताने जा रहे हैं।
2009 में जीत का सेहरा बंधा राहुल के सिर
राहुल को 2009 के आम चुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत का श्रेय दिया गया था।गौरतलब है कि 2009 के लोकसभा चुनावों में, उन्होंने उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 3,33,000 वोटों क अंतर से पराजित करके अपना अमेठी निर्वाचक क्षेत्र बनाए रखा था। इन चुनावों में कांग्रेस ने कुल 80 लोकसभा सीटों में से 21 जीतकर उत्तर प्रदेश में खुद को पुनर्जीवित किया था और इस बदलाव का श्रेय राहुल गांधी को दिया गया। उस दौरान उन्होंने छह सप्ताह में देशभर में 125 रैलियों में भाषण दिया था।
पहचान छुपा की थी लंदन में जॉब
1995 में राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल की डिग्री ली। ग्रैजुएशन के बाद राहुल ने तीन साल तक लंदन में मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म मॉनिटर ग्रुप में काम किया। तब किसी को नहीं पता था कि राहुल भारत के पीएम के बेटे हैं क्योंकि सुरक्षा के लिहाज से उनकी पहचान को छुपाया गया था। राहुल ने कंपनी में रॉल विंसी के नाम से काम किया था।
ऐसे हुई राजनीति में एंट्री
-फ्लोरिडा के रोलिन्स कॉलेज में दाखिला लिया और 1994 में आर्ट्स से ग्रैजुएशन पूरा किया। 1995 में राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल की डिग्री ली। ग्रैजुएशन के बाद राहुल ने तीन साल तक लंदन में मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म मॉनिटर ग्रुप में काम किया।
-2002 में राहुल वापिस भारत लौटे और मुंबई बेस्ड टेक्नोलॉजी आउटसोर्सिंग कंपनी बैकअप्स सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड में डायरेक्टर बने। इसके बाद राहुल ने राजनीति में कदम रखा और मार्च 2004 में अपने पिता राजीव गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता भी।
जब रात 20 बजे चक चला चुनावी काफिला
अमेठी चुनाव लड़ने के लिए राहुल ने जी तोड़ मेहनत एक कर दी थी। बहन प्रियंका गांधी ने इसकी कमान संभाली। दोनों ने एक रोड शो निकाला। राहुल रोड शो के दौरान ज्यादा भीड़ देख वाहन से नीचे उतर लोगों के बीच जाकर हालचाल पूछते थे। राहुल कई बार चुनाव प्रचार के दौरान दलितों के घरों में अचानक पहुंच कर चाय पीते भी दिखे। चुनाव प्रचार के दौरान दोपहर में संजय गांधी के नाम पर बने गेस्ट हाउस से आए भोजन को उन्होंने बाग में बैठ कर सबके साथ खाया था। उसके बाद उनका काफिला रात 10 बजे तक चलता रहा।