मिशन 2019 के लिए राहुल गांधी का 'प्लान बी'

Edited By vasudha,Updated: 01 Nov, 2018 07:00 PM

rahul gandhi s plan b for mission 2019

अगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक बार फिर विपक्ष के महागठबंधन की सुगबुगाहट तेज़ हो गई है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू भी अब तीसरे मोर्चे को बनाने में कांग्रेस के साथ...

नेशनल डेस्कः अगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक बार फिर विपक्ष के महागठबंधन की सुगबुगाहट तेज़ हो गई है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू भी अब तीसरे मोर्चे को बनाने में कांग्रेस के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। गुरुवार को शरद पवार और फ़ारुख अब्दुल्लाह के बाद तेदेपा के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गांधी से उनके आवास में मुलाक़ात की। सूत्रों की मानें तो इसे राहुल गांधी के प्लान बी के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस को महागठबंधन के नेता के लिए चेहरा नहीं मिल रहा था। हालांकि  जब उनसे गठबंधन और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम इस पर बैठकर बात करेंगे। 
PunjabKesari

विपक्ष को एकजुट करने में जुटे नायडू
हफ्ते भर के अंदर नायडू की दिल्ली की यह दूसरी यात्रा है। राजग से अलग होने वाले नायडू ने पिछले सप्ताह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती, नेकां के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला, और पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा से भेंट की थी। हाल ही राज्य को विशेष दर्जा न मिल पाने के कारण टीडीपी एनडीए से बाहर हो गई। जुलाई में टीडीपी के सांसदों ने एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था और उपसभापति के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन किया था।  ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि अगले लोक सभा चुनाव में विपक्ष के साथ टीडीपी जाएगी और तेलंगाना राज्य समिति एनडीए के साथ।

PunjabKesari

माया की कंग्रेस से दूरी
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने दूरी बना ली है। दरअसल इसी महीने उन्होंने तीनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने और किसी भी कीमत पर कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करने की घोषणा कर दी थी। दरअसल, मायावती ने कांग्रेस के सामने ऐसी मांगे रख दी थी जिसे पार्टी ने मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया था कि पीठ में छुरा घोंपना कांग्रेस की पुरानी आदत है। महागठबंधन को पूरा करने के लिए बसपा का होना जरुरी है। ऐसे में महागठबंधन की संभावनाओं को तलाशने के इरादे से ही नायडू ने मायावती से मुलाकात की। इस दौरान नायडू के साथ आंध्र प्रदेश के वित्त मंत्री वाइ्र रामकृष्णुडु और उनकी पार्टी के कुछ सांसद भी मौजूद थे।

PunjabKesari

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!