Edited By Yaspal,Updated: 16 Sep, 2019 07:52 PM
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा देश के लिए एक भाषा की पैरवी करने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि कई भाषाओं का होना इस देश की कमजोरी नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘कन्नड़, उड़िया, मराठी, हिंदी...
नई दिल्लीः गृह मंत्री अमित शाह द्वारा देश के लिए एक भाषा की पैरवी करने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि कई भाषाओं का होना इस देश की कमजोरी नहीं है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘कन्नड़, उड़िया, मराठी, हिंदी, तमिल, अंग्रेजी, गुजराती, बांग्ला, उर्दू, पंजाबी, कोंकणी, मलयालम, तेलुगू, असमिया, बोडो, डोगरी, मैथिली, नेपाली, संस्कृत, कश्मीरी, सिंधी, संथाली, मणिपुरी.... भारत की कई भाषाएं हमारी कमजोरी नहीं हैं।''
गौरतलब है कि अमित शाह ने हिंदी दिवस पर देश के लिए एक भाषा की पैरवी करते हुए कहा था कि सबसे ज्यादा बोली जाने वाली हिंदी समूचे भारत को एकजुट कर सकती है।